गोंदिया: परेशानी का सबब - एक किलोमीटर की दूरी तय करने लगाना पड़ रहा 15 किलोमीटर का चक्कर
- सालेकसा तहसील के भजेपार-बोदलबोड़ी पुल का काम दो वर्ष से अधर में
- लगाना पड़ रहा 15 किलोमीटर का चक्कर
डिजिटल डेस्क, सालेकसा (गोंदिया)। जिले में सालेकसा तहसील के भजेपार-बोदलबोड़ी गांव के बीच बाघ नदी पर मंजूर किए गए बड़े पुल का निर्माण कार्य पिछले दो वर्षों से अधूरा पड़ा हुआ है। निर्माण कार्य के लिए खुदाई का काम कर गड्ढे एवं मिट्टी के ढेर जस के तस पड़े रहने के कारण पुराना मार्ग भी आवागमन के लिए बंद हो चुका है। फलस्वरूप, नागरिकों को एक किमी की दूरी तय करने के लिए 15 किमी का लंबा चक्कर लगाकर पड़ता है। यातायात की समस्या को लेकर ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग को कई बार लिखित ज्ञापन दिए जाने के बावजूद अब तक इस अधूरे निर्माण कार्य को पुन: शुरू करने को लेकर कोई कदम नहीं उठाए जाने से संतप्त ग्रामीणों ने लोकनिर्माण विभाग को कुंभकर्णी नींद से जगाने के लिए मंगलवार, 20 फरवरी को निर्माण कार्य स्थल पर अर्ध जलसमाधि आंदोलन करने का निर्णय लिया है।
भजेपार-बोदलबोड़ी मार्ग स्थानीय नागरिकों के लिए काफी महत्वपूर्ण
गौरतलब है कि सालेकसा एवं आमगांव तहसील को जोड़नेवाला भजेपार-बोदलबोड़ी मार्ग स्थानीय नागरिकों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। लेकिन शासन-प्रशासन की उदासीनता के चलते इस मार्ग पर पुल का काम पिछले दो वर्षों से अटका पड़ा है। ऐसे में इस आंदोलन की चेतावनी के बाद प्रशासन की नींद खुलेंगी और कोई कार्रवाई होगी, इसकी ओर परिसर के नागरिकों की नजरें लगी हुई हैं।
ग्रामीणों का आज बाघ नदी में अर्ध जलसमाधि आंदोलन
ग्राम भजेपार के सरपंच चंद्रकुमार बहेकार एवं बोदलबोड़ी के सरपंच देवेंद्र पटले ने इस संदर्भ में लोकनिर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता को लगातार तीन बार निवेदन देकर समस्या की गंभीरता से अवगत कराया। लेकिन विभाग ने जल्द ही काम शुरू किए जाने का आश्वासन देने के अलावा और कोई कार्रवाई नहीं की। केवल तारीख पर तारीख देकर टालमटोल करने का प्रयास किया। जिससे त्रस्त होकर ग्रामीणों ने मंगलवार,20 फरवरी को बाघ नदी में अर्ध जलसमाधि आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
इस संबंध में सालेकसा के तहसीलदार एवं लोकनिर्माण विभाग के उपविभागीय अभियंता के साथ थानेदार को संबंधित सूचना एवं निवेदन की प्रतिलिपि सौंपकर अवगत कराया है।