महान: गर्मी की शुरु हो गई की गहराने लगा जल संकट, महान बांध में बचा 31.58% पानी
- जल भंडारण की स्थिति अकोलावासी तथा परिसर के किसानों की चिंता बढ़ा रही है
- दूसरा वाल्व भी खुला पड़ने की कगार
डिजिटल डेस्क, महान. बार्शिटाकली तहसील महान स्थित काटेपूर्णा महान बांध में जल भंडारण की स्थिति अकोलावासी तथा परिसर के किसानों की चिंता बढ़ा रही है। मौजूदा स्थिति में इस बांध में केवल 31.58 प्रश जल संचय बचा हुआ है। बांध के मुख्य गेट से करीब 2 फीट पानी नीचे चला गया है।
दूसरा वाल्व भी खुला पड़ने की कगार पर है। बांध में पानी की मात्रा कम होने से किसानों और नागरिकों की चिंता जरूर बढ़ गई है। महान बांध से अकोला शहर, मूर्तिजापुर शहर, बोरगांव मंजू, अकोला एमआइडीसी समेत ग्रामीण जलापूर्ति योजना के 64 ग्राम जलापूर्ति योजना को जलापूर्ति होती है।
इस साल 2023- 2024 में बारिश कम मात्रा हुई। जिससे बांध में 82 प्रतिशत तक जलसंग्रह हो पाया। जल की कमी को देखते हुए सिंचाई विभाग ने नियोजन किया। मौजुदा स्थिति में इस बांध में 31.58 प्रश जलसंचय बचा हुआ है।
14 मार्च को बांध का जलस्तर 342.38 मीटर, 27.276 दस लक्ष घन मीटर, 31.58% इतना दर्ज किया गया। इसी तारीख को बीते साल बांध में जल संचय की स्थिति 343.63 मीटर,36.698 द्स लक्ष घन मीटर, और 42.49 % इतनी दर्ज की गई थी।
बांध में पिछले साल की तुलना में 11% जल संचय की कमी है इस साल 25 फरवरी से ही बांध का पाणी परवानाधारक किसानों को रबी सिंचाई के लिए देना पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। भले ही बांध में पानी कम है लेकिन अकोला वासियों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। जलसंकट की कोई नौबत नहीं आएगी।
अकोलावासियों को जलापूर्ति जारी रहेगी, लोग पानी का इस्तेमाल करते समय पानी की बर्बादी को टाले, ऐसा आवाहन संबंधित विभाग की ओर से किया गया है।