फिसले दाम: लहसुन के दामों में गिरावट से राहत, अगले माह से दामों में और गिरावट की संभावना
- दामों में और गिरावट की संभावना
- लहसुन के दामों में गिरावट
- गर्मियों में गर्म तासीर को देखते कम ही इस्तामाल
डिजिटल डेस्क, अकोला। सब्जी के जायके के लिए उसमें विविध मसालों के साथ ही लहसुन का विशेष प्रयोग किया जाता है। परंतु विगत कुछ माह से लहसुन के दामों में आए उछाल को देखते हुए रसोईघर में इसका इस्तेमाल कम ही हो रहा था।
नया लहसुन आने से लहसुन के दामों में भी गीरावट
सोमवार से बाजार में गीला और नया लहसुन आने से लहसुन के दामों में भी गीरावट हुई है। विगत 3 फरवरी को लहसुन के दाम 400 से 420 रुपए किलो के अनुपात में खुदरा दामों में मिल रही थी। वही फरवरी माह के अंतिम सप्ताह तक नई लहसुन आने से इसके दाम ए ग्रेड का 300 रुपए किलो और बी ग्रेड का 150 रुपए किलो में बेचा जा रहा है।
होली के आने तक लहसुन के दामों में और भी गिरावट जारी रहेगी।एक ओर गर्मी की आहट होने लगी है और लहसुन की तासीर गर्म होने से इसका ग्रीष्म में कम ही इस्तेमाल किया जाता है। आमतौर पर ठंड के दिनों में इसेसे विविध चटनियों, कच्ची लहसुन और सब्जियों में भी जादा प्रमाण में इस्तेमाल किया जाता है, उस दौरान लहसुन की अधिक मांग होती है।
गर्मियों में गर्म तासीर को देखते कम ही इस्तामाल
ग्रीष्म में इसकी गर्म तासीर को देखते कम ही इस्तामाल किया जाता है। परंतु अब दामों में कमी आने से इसकी खपत जादातर अचार, विविध प्रकार के पापड़ आदि में अधिक इस्तेमाल किया जा रहा है।
बाजार में नई लहसुन की आवक होने से लहसुन के दाम थोक में 190 से 200 किलो बिक रहा है और आनेवाले समय में होली तक लहसुन के दाम और कम होने की संभावना व्यापारी जता रहे है।