मानसून से पहले तैयारी की समीक्षा बैठक - विभागोें को जिलाधिकारी ने दिए निर्देश
- प्राकृतिक आपदा से निपटने तालमेल बनाएं - नीमा अरोरा
- विभागोें को जिलाधिकारी ने दिए निर्देश
- मानसून से पहले तैयारी की समीक्षा बैठक
डिजिटल डेस्क, अकोला। मानसून के दौरान होने वाली बारिश, बाढ़, बिजली और अन्य आपदाओं के प्रबंधन के लिए सभी विभागों में समन्वय बिठाया जा रहा है। जिसे लेकर जिलाधिकारी नीमा अरोरा ने विभागों को निर्देश दिया कि आपदा से निपटने के लिए मौके पर तैयार रहें, मानसून पूर्व तैयारियों की समीक्षा मंगलवार को जिलाधिकारी कार्यालय के नियोजन भवन में की गई। इस दौरान कलेक्टर नीमा अरोरा, जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी सौरभ कटियार, जिला ग्रामीण विकास प्रणाली परियोजना निदेशक मनोज जाधव, अपर कलेक्टर विश्वनाथ घुगे, प्रभारी रेजिडेंट डिप्टी कलेक्टर डॉ. रामेश्वर पुरी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुरेश असोले, उपायुक्त पशुपालन डॉ. जगदीश बुकतरे, जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ दलवी, आपदा प्रबंधन विभाग के संदीप साबले सहित समस्त तहसीलदार, गुट विकास अधिकारी, नगर पालिका के मुख्य अधिकारी उपस्थित थे।
जिले में चार उपविभाग, सात तहसील, 991 गांव, 530 ग्राम पंचायत, एक महानगर पालिका, पांच नगर पालिका और एक नगर पंचायत है। इस साल जून से सितंबर तक 693.7 मिमी बारिश होने की उम्मीद है। जिले में दो बड़े प्रकल्प, 3 मध्यम, 33 छोटी परियोजनाएं हैं।
बैठक में दी गई जानकारी में कहा गया है कि जिले के कुल 77 गांवों में बाढ़ का खतरा रहता है। इनमें तहसील के 13 गांव म्हैसांग, एकलारा, कपिलेश्वर, वडद बु, दोनवाडा, धमना, चांगेफाल, म्हैसपुर, चांदूर, सांगवी बु, कुरणखेड़ शामिल हैं।