अकोला: ठेका तत्व बिजली कर्मियों के आंदोलनों का सिलसिला जारी, कामबंद आंदोलन शुरू
- बिजली कामगारों ने कामबंद आंदोलन शुरू किया
- बिजली महकमे का कामकाज प्रभावित
- 17 मांगों को लेकर आंदोलन छेड़ा
डिजिटल डेस्क, अकोला. विविध मांगों को लेकर ठेका तत्व बिजली कामगारों ने कामबंद आंदोलन शुरू किया है। आंदोलन के चलते अधिकतर कामगार विद्युत भवन, पारस औष्णिक बिजली ताप घर के सामने धरने पर बैठे और प्रदर्शन किया। इस कारण बिजली महकमे का कामकाज प्रभावित हुआ। महानिर्मिती, महावितरण तथा महापारेषण तीनों बिजली कंपनियों के ठेका तत्व कामगारों की समस्याओं तथा मांगों को लेकर संगठनों ने कई बार ज्ञापन सौंपे। इसके बावजूद न्याय नहीं मिला। इस कारण सभी संगठनों ने एकजुट होकर वेतन वृध्दि समेत 17 मांगों को लेकर आंदोलन छेड़ा है। तीनों कंपनियों के सभी ठेका तत्व बिजली कामगारों के वेतन में 30 प्रतिशत वृध्दि की जाए।
मनोज रानडे समिति के ब्योरे की सिफारिश पर तुरंत अमल करे आदि 17 मांगों को लेकर महाराष्ट्र राज्य बिजली मंडल ठेका तत्व कामगार संगठन संयुक्त कृति समिति की ओर से आंदोलन छेड़ा गया है। शुक्रवार 9 फरवरी को राज्य के सभी महानिर्मिती बिजली केंद्रों के सामने तथा महापारेषण व महावितरण के सभी सर्कल ऑफिस के सामने द्वार सभा लेकर मांगे रखी गई। 14 फरवरी को जिलाधिकारी कार्यालय के सामने द्वारसभा लेकर जिलाधिकारी को मांगों का ज्ञापन सौंपा गया। तीसरे चरण में सहायक कामगार आयुक्त, उपायुक्त को ज्ञापन दिया गया।
16 फरवरी को अपर कामगार आयुक्त, सहायक आयुक्त के कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया गया। 21 फरवरी को धरना आंदोलन का आयोजन किया गया। इस आंदोलन के बाद भी मांगे पूर्ण न होने से 28 व 29 फरवरी को कामबंद आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है। बुधवार से कामबंद आंदोलन शुरू किया गया, जिससे बिजली विभाग के कामकाज पर असर पड़ा।
पारस में भी आंदोलन
बालापुर में पारस बिजी ताप घर के प्रवेश द्वार के सामने ठेका तत्व बिजली कामगारों ने प्रदर्शन किया। रात 12 बजे से ही सभी कामगारों ने कामबंद का ऐलान कर दिया। इस आंदोलन के कारण ताप घर का कामकाज प्रभावित हुआ। दिन भर सैकड़ों कामगार प्रवेश द्वार के बाहर ही बैठे रहे। उल्लेखनीय है कि आंदोलन 29 फरवरी को भी जारी रहेगा।