अकोला: मानव तस्करी कक्ष की कार्रवाई, अपहृत किशोरी को संभाजी नगर से खोजा
- अब तक 113 मामले उजागर
- अपहृत किशोरी को खोजा
- मानव तस्करी कक्ष की कार्रवाई
डिजिटल डेस्क, अकोला. सिविल लाइन पुलिस थाने की सीमा में एक नाबालिग लडकी को भगाई जाने की शिकायत दर्ज हुई थी। इस नाबालिग किशोरी की तलाश करते समय अनैतिक मानव तस्करी कक्ष के पुलिस अधिकारियों ने पीडिता को छत्रपति संभाजी नगर के वालूज एमआईडीसी एरिया राजनगांव से खोजकर अपनी सुरक्षा में लिया है। तीन माह पूर्व सिविल लाइन पुलिस स्टेशन की हद में एक इलाके से नाबालिग किशोरी अपने घर से एकाएक लापता हो गई थी। इस मामले में पीडिता के परिजनों की शिकायत के बाद सिविल लाइन पुलिस में अज्ञात आरोपी के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया गया था। तभी से इस लापता लडकी की खोज की जा रही थी। पुलिस को शुरुआत में जानकारी मिली कि पीडिता व आरोपी लोणार में हो सकते हैं जिसके बाद पुलिस ने लोणार में उनकी खोज की लेकिन वह नहीं मिले। दोबारा पुलिस ने तकनीकी सूत्रों से पता चलाया कि पीडित लडकी व आरोपी छत्रपति संभाजी नगर के वालूज एमआईडीसी परिसर में हो सकते हैं। पुलिस टीम ने वालूज एमआईडीसी परिसर में दौड़ लगाते हुए राजनगांव में रह रहे पीडिता व आरोपी को खोज निकाला। मामले की जानकारी वालूज पुलिस को देने के बाद अनैतिक मानव तस्करी कक्ष ने पीडिता व आरोपी दोनों को सिविल लाइन पुलिस को सौंपा है। जिला पुलिस अधीक्षक संदीप घुगे के मार्गदर्शन में अनैतिक मानव तस्करी कक्ष के प्रमुख पुलिस उपनिरीक्षक विजय खर्चे व उनकी टीम ने यह कार्रवाई की है।
अब तक 113 मामले उजागर
जिले में अनैतिक मानव तस्करी कक्ष महिला व बाल अत्याचार को लेकर दर्ज मामलों में धारा 363,366 अ तथा लापता महिलाओं के मामलों की जांच करता है। इस कक्ष ने अब तक 80 अपराधिक मामले, लापता 33 मिलाकर कुल 113 मामलों को उजागर करने में सफलता पायी है।