अनदेखी: डंपिंग ग्राउंड में सड़ रहे जानवरों के शव, बीमारियों का बढ़ा खतरा- परेशान रहवासी
- सड़ रहे जानवरों शव
- जानवरों के शवों की बदबू से लोग परेशान
- नगर प्रशासन पर अनदेखी का आरोप
डिजिटल डेस्क, अकोला. डंपिंग ग्राउंड में सड़ रहे जानवरों के शवों की बदबू से लोग परेशान हैं। लिहाजा बीमारियों का बढ़ा खतरा बढ़ रहा है, जो लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। रिहायशी इलाकों से निकलने वाला प्रति दिन का कूड़ा कचरा संकलन वाले वाहनों के माध्यम से नायगांव डंपिंग ग्राउंड में डाला जाता है। इसके अलावा कुछ कूड़ा पास के गांव भोड़ डंपिंग ग्राउंड में भी प्रक्रिया के लिए डाला जाता है। पिछले दिनों जिले और संभाग में स्वाइन फ्लू के प्रकोप को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर था। ऐसे हालात के बीच डंपिंग ग्राउंड में सड़क किनारे मरे हुए 25 सुअर फेंक दिए गए। जिस पर मनपा के कचरा संकलन वाहन ने आकर कूड़ा डाल दिया है। अब आलम यह है कि मृत सुअर सड़ रहे हैं और उनमें निकलने वाली बदबू पूरा इलाका खराब कर रही है।
प्रति दिन तीन से पांच सुअर मर जाते हैं। जिसकी सूचना मिलने के बाद मनपा का स्वास्थ्य विभाग और सफाई कर्मचारी उचित व्यवस्थापन करने की बजाए सुअर में फेंक रहे हैं। शहर में यदि बडे पैमाने पर सुअर मर रहे हैंं इसकी जानकारी मनपा के स्वास्थ्य व सफाई विभाग को भली भांती होने के बावजूद कोई व्यवस्था नहीं है। इसलिए नायगांव परिसर में इस तरह के हालात पैदा हो गए हैं। मनपा प्रशासन समय रहते समस्या से निपटने के लिए उचित कदम उठाए, इसकी मांग परेशान रहवासी कर रहे हैं। डंपिंग ग्राउंड के दूसरी ओर नायगांव ईदगाह है, सामने मुस्लिम कब्रिस्तान है, साथ ही हिंदू मोक्ष धाम और बौद्ध निर्वाण स्थल है, जिसके कारण वहां अंतिम संस्कार के दौरान लोग बदबू से परेशान हो रहे हैं। इसके अलावा बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है।