बसों को चार्ज करने विभागीय कार्यशाला में बनेगा चार्जिंग सेंटर
- प्रदूषण कम करने का उद्देश्य
- इलेक्ट्रानिक वाहनों को बाजार में उतारा जा रहा
- आगामी दिनों में इलेक्ट्रिक बस उपलब्ध करवाई जाएगी
डिजिटल डेस्क, अकोला। प्रदूषण कम करने के उद्देश्य से सरकार की ओर से इलेक्ट्रानिक वाहनों को बाजार में उतारा जा रहा है। रापनि की ओर से आगामी दिनों में इलेक्ट्रिक बस उपलब्ध करवाई जा रही है। इन बसों को चार्ज करने के लिए चार्जिंग स्टेशन बनाए जा रहे हैं। विभागीय नियंत्रक कार्यालय की ओर से पेश किए गए चार्जिंग स्टेशन के प्रस्ताव पर विभागीय कार्यशाला में चार्जिंग स्टेशन को अनुमति प्रदान की गई है।
रापनि की ओर से आगामी दिनों में यात्रियों को लाने और ले जाने के लिए इलेक्ट्रिक बसों को लाया जा रहा है। राज्य में जल्द ही रापनि की इलेक्ट्रिक बसें सड़कों पर दौड़ती दिखाई देंगी। निगम के मुख्य कार्यालय ने प्रदेश के प्रत्येक कार्यालय से आवश्यकतानुसार बसों का प्रस्ताव मंगवाया है।
विभागीय नियंत्रक अधिकारी ने सभी प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद 124 बसों का प्रस्ताव पेश किया। इसी बीच मुख्य कार्यालय की ओर से बीएस 6 की 10 बसें उपलब्ध करवाई गई है। यह बसें डिपो क्रमांक 2 को आवंटित की गई है। राज्य में कुछ स्थानों पर इलेक्ट्रिक बस सेवा आरंभ कर दी गई है, लेकिन अन्य स्थानों पर इन बसों को आरंभ करने के पूर्व चार्जिंग स्टेशन तैयार करने की प्रक्रिया चल रही है। विभाग की ओर से पेश किए गए प्रस्ताव में चार्जिंग स्टेशन के तय मानकों के अनुसार जगह की उपलब्धता देखते हुए विभागीय कार्यशाला में इसे निर्माण करने को मंजूरी प्रदान की गई है।
विभागीय नियंत्रक अधिकारी शुभांगी सिरसाठ के मुताबिक विभागीय कार्याशाला में निगम के पास 2 एकड़ जमीन उपलब्ध है। इस स्थान पर चार्जिंग स्टेशन तैयार किया जाएगा। विभाग को मिलने वाली 124 बसों को चरणबद्ध तरीके से आवंटित किया जाएगा। विभागीय नियंत्रक कार्यालय से अकोला और वाशिम जिले के 9 डिपो को आगामी दिनों में उपलब्ध होने वाली बसों की संख्या के अनुसार वितरण किया जाएगा।