तेंदुए का शव: आपसी संघर्ष के कारण मृत्यु की संभावना, मौके पर पहुंचा स्टॉफ
- बादलपार के पास तेंदुए का मिला शव
- सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच
- बादलपार और हिर्री के बीच चौरई वनपरिक्षेत्र के अंतर्गत पेंच नेशनल पार्क
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में चौरई पूर्व वनमंडल के चौरई रेंज के अंतर्गत आने वाले बादलपार के पास मंगलवार शाम तेंदुए का शव मिला है। सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई थी। बादलपार और हिर्री के बीच चौरई वनपरिक्षेत्र के अंतर्गत पेंच नेशनल पार्क से लगे हिस्से में दो वर्षीय मादा तेंदुए का शव मिलने की सूचना मिलने के बाद हडक़ंप मच गई। जानकारी के अनुसार जिस स्थान पर तेंदुए का शव मिला है वहीं पर बाघ के भी पगमार्क है जिससे अंदेशा लगाया जा रहा है कि बाघ और तेंदुए के आपसी संघर्ष के कारण मौत हुई है। तेंदुए के शव और आसपास इसके कुछ निशान भी मिले है। एसडीओ भारत सोलंकी ने बताया कि मंगलवार शाम को बादलापार और हिर्री के बीच मादा तेंदुए के शव मिलने की सूचना स्टॉफ को मिली थी जिसके बाद रेंजर सहित स्टॉफ मौके पर पहुंच गया है। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार यहां पर बाघ के पगमार्क और संघर्ष के निशान भी मिले है जिससे अंदेशा जताया जा रहा है कि आपसी संघर्ष के कारण मौत हुई है। हालंाकि बुधवार को जांच के बाद ही स्पष्ट तौर पर कुछ कहा जा सकता है। मौके पर स्टॉफ पहुंच गया है।
तेंदुए का हो रहा मूवमेंट, वन विभाग के प्रयास हो रहे नाकाम
सौंसरत्नतेंदुए के मूवमेंट पर नजर रखने के लिए वन विभाग के किए जा रहे प्रयास सफल नहीं हो रहे है। वन विभाग ने तेंदुए की दहशत को देखते हुए पिंजरा लगाया है लेकिन इसमें कामयाबी हासिल नहीं हुई है। मंगलवार को एक बार फिर तेंदुए ने बैल का शिकार किया है। जिस जगह शिकार हुआ है उससे पांच किलोमीटर दूरी पर ही वन विभाग ने पिंजरा लगाया है। वन विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार दक्षिण वनमंडल के सौंसर कन्हान रेंज के ग्राम उटेंकाटा में तेंदुए ने बैल का शिकार किया है। यहां किसान ज्ञानेश्वर कड़ू के यहां बैल बंधा हुआ था जिसका शिकार हुआ है।
सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी। इसके पहले तक बाघ के द्वारा शिकार करने की बात कहीं जा रही थी हालंाकि बाद में तेंदुए के द्वारा शिकार करना पाया गया है। वन परिक्षेत्र अधिकारी दीपक तिरपुड़े नेब ताया कि ग्राम काजलवानी के पास कन्हान नदी के किनारे अब भी पिंजरा लगा हुआ है। हालांकि यहां से तकरीबन पांच किलोमीटर दूर उटेंकाटा में किसान ज्ञानेश्वर कड़ू के खेत में बैल का शिकार हुआ है। मौके पर टीम पहुंचकर जांच कर रही है और नियमानुसार मुआवजा प्रकरण तैयार किया जा रहा है।
Created On :   13 March 2024 9:23 AM IST