Chhindwara news: गर्ल्स कॉलेज में विषय विशेषज्ञों के 51 पद स्वीकृत, कार्यरत सिर्फ 29, 22 रिक्त पड़े
- अतिथियों के भरोसे चल रही कक्षाएं
- मनोविज्ञान का एक भी प्रोफेसर नहीं
- छिंदवाड़ा जिले में एक मात्र गल्र्स कॉलेज
Chhindwara। छिंदवाड़ा जिले में एक मात्र गल्र्स कॉलेज है। जहां हर साल क्षमता से ज्यादा स्टूडेंट्स प्रवेश लेते हैं। कॉलेज में सिर्फ गृह विज्ञान में एक प्रोफेसर का पद स्वीकृत है, बाकी ५० पद असिस्टेंट प्रोफेसर्स के हैं। इनके एवज में शासन ने यहां 29 असिस्टेंट प्रोफेसर्स को पदस्थ किया है।
पूर्व प्राचार्य डॉ कमना वर्मा के रिटायर होने के बाद से मनोविज्ञान के विषय विशेषज्ञ का पद खाली है। इसी तरह ग्रंथालय में पद रिक्त है। वनस्पति शास्त्र, प्राणी शास्त्र, गणित, रसायन शास्त्र, अर्थशास्त्र जैसे विषयों में एक-एक असिस्टेंट प्रोफेसर पदस्थ हैं। १६ अतिथि विद्वानों के भरोसे कक्षाएं संचालित की जा रही हैं।
प्रोफेसर्स के 45 प्रतिशत पद खाली पड़े
विषय स्वीकृत पदस्थ
अर्थशास्त्र 41
अंगे्रजी 12
हिंदी 32
इतिहास 42
संगीत 11
राजनीति विज्ञान 43
मनोविज्ञान10
संस्कृत 22
समाजशास्त्र 32
वाणिज्य 53
गृह विज्ञान 75
रसायन शास्त्र 31
भौतिक शास्त्र 42
गणित 21
प्राणीशास्त्र 21
वनस्पति 31
क्रीड़ा 11
ग्रंथालय 10
11 विषयों में रखे गए अतिथि विद्वान
विषय विशेषज्ञों की कमि के चलते गल्र्स कॉलेज में अर्थशास्त्र, इतिहास, मनोविज्ञान, समाजशास्त्र, वाणिज्य, गृहविज्ञान, रसायनशास्त्र, भौतिक शास्त्र, गणित, प्राणीशास्त्र, वनस्पति शास्त्र के लिए अतिथि विद्वान रखे गए हैं। ताकि कक्षाएं संचालित हो सकें।
प्रभारी प्राचार्य के भरोसे चल रहा कॉलेज
इस कॉलेज में लम्बे समय से प्राचार्य का पद भी प्रभारी के भरोसे पर चल रहा है। ऐसे में प्रभारी प्रोफेसर को दोहरी जिम्मेदारी उठानी पड़ती है। कक्षाओं के संचालन के साथ प्रबंधन का कार्य भी निभाना चुनौती पूर्ण रहता है।
इनका कहना है
गेस्ट व जनभागीदारी से व्यवस्थाएं बनाई जा रही हैं। स्वीकृत पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शासन स्तर से होनी हैं। हमारा प्रयास है कि शैक्षणिक गुणवत्ता को बनाए रखें।
डॉ अस्मिता मुंजे, प्रभारी प्राचार्य
Created On :   9 Dec 2024 10:32 AM IST