Chhindwara News: जिला अस्पताल के हालात... यहां रात में नहीं होती ब्लड जांच, हाईरिस्क गर्भवती को करना होता है सुबह का इंतजार

जिला अस्पताल के हालात... यहां रात में नहीं होती ब्लड जांच, हाईरिस्क गर्भवती को करना होता है सुबह का इंतजार
  • गर्भवती की होनी थी आठ प्रकार की जांच
  • सीएस को कराया अवगत, नहीं निकला समाधान
  • लैब में कर्मचारियों का टोटा

Chhindwara News। जिला अस्पताल में चौबीस घंटे स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के सारे दांवे खोखले साबित हो रहे है। खासकर रात के वक्त जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं भगवान भरोसे रहती है। यहां रात के वक्त आने वाले हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं की ब्लड जांच कराना हो तो सुबह लैब खुलने तक का इंतजार करना पड़ता है।

रविवार रात एक ऐसा ही मामला सामने आया। जब कम उम्र की एक गर्भवती गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल पहुंची थी। हाईरिस्क गर्भवती की हालत नाजुक होने पर ड्यूटी डॉक्टर ने ब्लड संबंधी जरुरी जांच के लिए सैंपल लैब भेजे। जहां ताला लटका मिला। परिजनों के काफी प्रयासों के बाद भी रात में ब्लड जांच नहीं हो पाई। १२ घंटे बाद सोमवार सुबह हाईरिस्क गर्भवती की ब्लड जांच कर रिपोर्ट दी गई। इसके बाद ही चिकित्सक गर्भवती का इलाज कर पाए।

गर्भवती की होनी थी आठ प्रकार की जांच

हाईरिस्क गर्भवती की हालत नाजुक होने पर चिकित्सक द्वारा ब्लड संबंधी आठ प्रकार की जांच लिखी गई थी। इनमें सीबीसी, एचआईवी, वीडीआरएल, एलएफटी, आरएफटी, पीटीआईएनआर समेत अन्य जांच शामिल थी। रात के वक्त यह जांचें नहीं हो पाई।

सीएस को कराया अवगत, नहीं निकला समाधान

रात के वक्त ब्लड जांच न होने से अक्सर गर्भवती महिलाओं को बेहतर इलाज नहीं मिल पाता। गायनिक वार्ड की महिला चिकित्सक कई बार सिविल सर्जन को इस समस्या से अवगत करा चुकी है। इसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो सका है।

लैब में कर्मचारियों का टोटा

लैब इंजार्च डॉ. ममता आनदेव का कहना है कि स्टाफ न होने की वजह से रात के वक्त लैब में जांच की सुविधाएं नहीं होती है। प्रबंधन द्वारा स्टाफ उपलब्ध करा दें तो रात में ब्लड जांच की सुविधाएं शुरू कर दी जाएगी।

क्या बोले अधिकारी

'रात के वक्त पैथालॉजी लैब में ब्लड जांचें किन कारणों से नहीं हो रही है। इसकी जानकारी जुटाई जाएगी।'

- डॉ.नरेश गुन्नाडे, सीएस, जिला अस्पताल

Created On :   14 Oct 2024 6:39 PM GMT

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