IND vs ENG ODI Series: बीच मैच में बंद हुई फ्लडलाइट, बाधित हुआ खेल, ओडिसा सरकार ने स्टेडियम मैनेजमेंट से मांगा जवाब
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- दूसरे वनडे में बीच मैच के दौरान बंद हो गया था फ्लडलाइट
- भारतीय पारी के सातवें ओवर में घटी ये घटना
- ओडिसा सरकार ने 10 दिनों के भीतर मांगा जवाब
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ओडिसा के कटक स्थित बाराबती स्टेडियम में कल यानी रविवार को भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा वनडे खेला गया था। मुकाबले में रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम इंडिया ने 4 विकेटों से जीत दर्ज की थी। इसी के साथ उन्होंने सीरीज पर भी 2-0 से अपना कब्जा जमा लिया। लेकिन मुकाबले के बीच एक ऐसी घटना हुई जिसकी वजह से स्टेडियम के मैनेजमेंट को काफी बेइज्जती का सामना करना पड़ा था। दरअसल, भारत की पारी के दौरान मैदान में एक फ्लडलाइट अचानक बंद हो गया था। जिसकी वजह से खेल भी बाधित हो गई थी। अब इस मामले पर ओडिसा सरकार ने स्टेडियम के अधिकारियों से स्पष्टीकरण की मांग की है।
स्टेडियम के फ्लडलाइट में खराबी भारत के पारी के सातवें ओवर में हुई थी। इस दौरान क्रिज पर भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और उपकप्तान शुभमन गिल मौजूद थे। दोनों खिलाड़ी इंग्लिश टीम के दिए 305 रनों के टारगेट का पीछा कर रहे थे और काफी अच्छे लय में दिखाई दे रहे थे। लेकिन अचानक फ्लडलाइट बंद होने की वजह से उनका लय भी बाधित हो गया था। हालांकि, दोनों खिलाड़ियों ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए भारत की जीत में महत्वपूर्ण भुमिका निभाई। अब आज यानी सोमवार 10 फरवरी को ओडिसा सरकार ने स्टेडियम के अधिकारियों को इस मामले पर पत्र भेज 10 दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है।
ओडिशा सरकार के पत्र में कहा गया है, "9 फरवरी 2025 को कटक के बाराबती स्टेडियम में भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरे एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय (ओडीआई) क्रिकेट मैच के दौरान एक फ्लडलाइट बंद हो गई थी, और मैच बाधित हुआ था। इस घटना के कारण मैच लगभग 30 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया, जिससे खिलाड़ियों और दर्शकों को असुविधा हुई।"
इसमें आगे कहा गया है, "ओडिशा क्रिकेट एसोसिएशन (ओसीए) को व्यवधान के कारण के लिए एक विस्तृत स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने और उन व्यक्तियों/एजेंसियों की पहचान करने का निर्देश दिया जाता है जो इस तरह की चूक के लिए जिम्मेदार थे और भविष्य में इसी तरह की घटनाओं को रोकने के लिए उठाए गए उपायों की रूपरेखा तैयार करें। इस पत्र की प्राप्ति के 10 दिनों के भीतर निष्कर्ष प्रस्तुत किए जाने चाहिए।"
Created On :   10 Feb 2025 7:55 PM IST