वक्फ कानून विवाद: 'कोई भी गलती निकली तो सांसदी से दे दूंगा इस्तीफा...', बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल का बड़ा बयान, विरोधी दलों पर लगाया मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप

- वक्फ संशोधन कानून को लेकर सुप्रीम कोर्ट दाखिल याचिकाओं पर हुई सुनवाई
- कोर्ट ने सात दिनों की रोक के लिए अंतरिम आदेश किया जारी
- जगदंबिका पाल ने विरोधियों पर लगाया वोट बैंक की राजनीति का आरोप
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वक्फ कानून को लेकर विरोधी दल मोदी सरकार पर हमलावर हैं। उनका कहना है कि इसके द्वारा सरकार ने मुस्लिमों के संवैधानिक अधिकारों का हनन किया है। कानून के विरोध में सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर की गई हैं, जिन पर आज लगातार दूसरे दिन सुनवाई हुई। इस बीच वक्फ कानून पर सवाल खड़े करने वालों के लिए संसदीय संयुक्त समिति (जेपीसी) के प्रमुख जगदंबिका पाल ने कहा कि यदि कानून में एक भी गलती निकली तो वे अपने सांसदी पद से इस्तीफा दे देंगे।
वोट बैंक की राजनीति कर रहीं पार्टियां
आजतक की खबर के मुताबिक जगदंबिका पाल ने कहा कि राजनीतिक पार्टियां वोट बैंक की राजनीति कर रही हैं, यह मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति ठीक नहीं है। बीजेपी नेता ने साफ कहा कि वे किसी भी तरह की राजनीति से प्रेरित नहीं हैं और पूरी निष्पक्षता के साथ काम कर रहे हैं।
लोगों को कर रहीं गुमराह
जगदंबिका पाल ने कानून का विरोध करने वाली पार्टियों पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि जेपीसी ने इस मुद्दे पर 38 बैठकें की हैं। उन्होंने इसे लेकर कोर्ट में उठाए सभी सवालों के बेबुनियाद होने का दावा किया।
बीजेपी सांसद ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिकाओं में इस बात पर जोर दिया गया कि संशोधनों के अंतर्गत हिंदू व्यक्ति को वक्फ बोर्ड में कैसे शामिल किया गया है। इससे जुड़े सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी की थी। पूछा था कि क्या हिंदू संगठनों में मुस्लिमों का प्रवेश होगा। उन्होंने कहा कि गैर मुस्लिमों का वक्फ बोर्ड में होना पहले ही सुप्रीम कोर्ट के मुताबिक तय हो चुका है। जगदंबिका पाल ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के अनुसार, वक्फ एक धार्मिक नहीं बल्कि कानूनी संस्था है।
बता दें कि आज यानी गुरुवार को कानून के विरोध में दायर याचिकाओं पर सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट ने सात दिनों की रोक के लिए अंतरिम आदेश जारी किया है। जैसे कि इन सात दिनों के दौरान बोर्ड में न तो कोई नई नियुक्ति होगी और न ही उसकी संपत्ति को डिनोटिफाई किया जाएगा।
Created On :   17 April 2025 7:01 PM IST