18वें प्रवासी भारतीय दिवस: विश्व आज भारत की बात सुनता है, भविष्य युद्ध में नहीं बल्कि बुद्ध में निहित: पीएम मोदी
- प्रवासी भारतीय दिवस का 18वां संस्करण 8 जनवरी से 10 जनवरी आयोजित
- विदेश मंत्रालय और ओडिशा सरकार द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है
- भारत अब विश्व बंधु के रूप में जाना जाता है, इसे और मजबूत करने की जरूरत है
डिजिटल डेस्क, भुवनेश्वर। विश्व आज भारत की बात सुनता है और देश अपनी विरासत के कारण अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह बताने में सक्षम है कि भविष्य युद्ध में नहीं, बल्कि बुद्ध में निहित है। ये बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भुवनेश्वर के जनता मैदान में आयोजित 18वें प्रवासी भारतीय दिवस-2025 सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा भारत अब विश्व बंधु के रूप में जाना जाता है, इसे और मजबूत करने की जरूरत है।
आपको बता दें प्रवासी भारतीय दिवस का 18वां संस्करण 8 जनवरी से 10 जनवरीतक विदेश मंत्रालय और ओडिशा सरकार द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन का विषय विकसित भारत में प्रवासी भारतीयों का योगदान है।
अपने संबोधन में पीएम ने कहा भारत सिर्फ लोकतंत्र की जननी ही नहीं है बल्कि लोकतंत्र हमारे जीवन का हिस्सा है। भारत न केवल युवा देश है बल्कि कुशल युवाओं का देश भी है। उन्होंने कहा हमें विविधता सीखने की जरूरत नहीं है, क्योंकि हमारा जीवन विविधता से भरा है।
पीएम मोदी ने आगे कहा आज पूरी दुनिया भारत को सुनती है, जो अपने विचार रखने के साथ ग्लोबल साउथ के विचार भी पेश करता है। पीएम मोदी ने कहा मुसीबत में हम अपने प्रवासी समुदाय की मदद करना अपनी जिम्मेदारी समझते हैं, चाहे वे कहीं भी रह रहे हों। पीएम मोदी ने 2047 तक देश को विकसित बनाने के लक्ष्य में प्रवासी भारतीय समुदाय से मदद का आह्वान किया। पीएम ने कहा भारत के विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना करते हुए कहा, मैंने हमेशा प्रवासी समुदाय को भारत का राजदूत माना है।
Created On :   10 Jan 2025 11:10 AM IST