तिरुपति लड्डू विवाद: सीएम नायडू के बाद अब पवन कल्याण ने साधा निशाना, 'सनातन धर्म रक्षण बोर्ड' बनाने की उठाई मांग

सीएम नायडू के बाद अब पवन कल्याण ने साधा निशाना, सनातन धर्म रक्षण बोर्ड बनाने की उठाई मांग
  • गहराया तिरुपति लड्डू विवाद
  • सत्ताधारी टीडीपी ने किया प्रसाद में पशु की चर्बी मिलाने का आरोप
  • डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने तत्कालीन जगन मोहन सरकार पर साधा निशाना

डिजिटल डेस्क, विशाखापटनम। तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट के मुद्दे पर देश की सियासत गरमागई है। गुरुवार को आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने पिछली वाईएसआर सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि उनके शासनकाल में तिरुपति मंदिर में जो प्रसाद के रुप में लड्डू दिया जाता है उसको बनाने में पशु चर्बी का उपयोग किया जाता है।

प्रतिद्वंद्वी वाईएसआर कांग्रेस पर हमला बोलते हुए सीएम चंद्रबाबू नायडू ने कहा, 'पिछले 5 साल में YSR कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने तिरुमाला की पवित्रता को धूमिल किया। उन्होंने 'अन्नदानम' (मुफ्त भोजन) की गुणवत्ता से समझौता किया।' सत्ताधारी टीडीपी ने दावा किया है कि गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला की तरफ से मिलावट की पुष्टि की गई है।

अब इस मुद्दे पर प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने सनातन धर्म रक्षण बोर्ड बनाने की मांग उठाई है। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा, "तिरुपति बालाजी प्रसाद में जानवरों की चर्बी (मछली का तेल, सूअर की चर्बी और गोमांस की चर्बी) मिलाए जाने की बात से हम सभी बहुत परेशान हैं। तत्कालीन वाईसीपी सरकार द्वारा गठित टीटीडी बोर्ड को कई सवालों के जवाब देने होंगे। हमारी सरकार सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। लेकिन, यह मंदिरों के अपमान, भूमि संबंधी मुद्दों और अन्य धार्मिक प्रथाओं से जुड़े कई मुद्दों पर प्रकाश डालता है।"

'सनातन धर्म रक्षण बोर्ड' का हो गठन

जनसेना प्रमुख ने आगे कहा, "अब समय आ गया है कि पूरे भारत में मंदिरों से जुड़े सभी मुद्दों पर विचार करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर 'सनातन धर्म रक्षण बोर्ड' का गठन किया जाए। सभी नीति निर्माताओं, धार्मिक प्रमुखों, न्यायपालिका, नागरिकों, मीडिया और अपने-अपने क्षेत्र के अन्य सभी लोगों द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर इस पर बहस होनी चाहिए। मुझे लगता है कि हम सभी को किसी भी रूप में 'सनातन धर्म' के अपमान को रोकने के लिए एक साथ आना चाहिए।"

लैब रिपोर्ट में ये बात आई सामने

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्र सरकार द्वारा गुजरात में संचालित राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के पशुधन और खाद्य विश्लेषण और अध्ययन केंद्र की लैब ने एक रिपोर्ट दी है। जिसमें इसकी पुष्टि हुई है कि तिरुपति मंदिर में प्रसाद के लड्डूओं के निर्माण में जिस घी का यूज किया गया उसमें पशु वसा की मात्रा मौजूद थी। चंद्रबाबू नायडू ने ये आरोप इसी रिपोर्ट के आधार पर लगाए।

Created On :   20 Sept 2024 6:25 AM GMT

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