'कमल' से फिसला 'कमल': ये हैं वो दस कारण जिनकी वजह से कांग्रेस में ही रुक गए कमलनाथ? बीजेपी प्रवक्ता का दावा कितना सच?
- कमलनाथ की नहीं हुई बीजेपी में एंट्री
- बताएं यह दस अहम कारण
- भाजपा प्रवक्ता ने एक्स पर किया ट्वीट
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश की राजनीति में कुछ समय से सियासी पारा चढ़ा हुआ है। सूबे की राजनीति में उस समय हलचल तेज हो गई थी, जब कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम कमलनाथ के साथ सांसद बेटे नकुलनाथ की बीजेपी में शामिल होने की खबरें आना शुरू हो गई थी। जिससे कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ गई थी। इस बीच अब कांग्रेस और कमलनाथ के करीबी नेताओं की ओर से स्पष्ट किया चुका है कि दोनों नेता बीजेपी में शामिल नहीं हो रहे हैं। दिल्ली स्थित कमलनाथ के आवास पर उनके बेहद करीबी नेता सज्जन सिंह वर्मा ने उनके बीजेपी जॉइन करने की अटकलों को गलत करार दिया। इस बीच बीजेपी प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कमलनाथ के बीजेपी में शामिल न होने के कई कारण दिए हैं। सोशल मीडिया एक्स पर एक ट्वीट के जरिए उन्होंने कमलनाथ की बीजेपी में 'नो एंट्री' को उन्हीं की नाकाम प्लानिंग बताया है।
बीजेपी प्रवक्ता ने साधा निशाना
बीजेपी प्रवक्ता ने ट्वीट के मुताबिक, कमलनाथ कांग्रेस आलाकमान से अपनी शर्ते मनवाना चाहते थे। उन्होंने ट्वीट में कमलनाथ की इन शर्तों को पार्टी आलाकमान से ब्लैकमेलिंग बताया है। नरेंद्र सूलजा ने कमलनाथ पर 10 प्वाइंट्स के जरिए निशाना साधा है। इन दस प्वाइंट में अधिकांश कारण मध्यप्रदेश की राजनीति से जुड़े हैं। प्रदेश की राजनीति में अपना रुतबा बनाए रखना, अपने समर्थिक जिलाध्यक्षों को बनाए रखना, छिंदवाड़ा के लिए नकुलनाथ का टिकट और प्रदेश कांग्रेस में अपना दखल बनाए रखना शामिल है।
खबर अंदर खाने से -नाथ साहब की अपने हाईकमान को की गई ब्लैकमेलिंग में तय हुई शर्ते...- मध्य प्रदेश कांग्रेस के फैसलो में मेरा हस्तक्षेप हो...- अगला चेहरा वापस मुझे ही बनाया जावे....- लोकसभा चुनाव में प्रदेश में टिकट वितरण मेरे अनुसार हो...- मुझे कांग्रेस की केंद्रीय समितियां…— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) February 19, 2024
अटकलों का सिलसिलेवार घटनाक्रम
दरअसल, इस पूरे सियासी घटनाक्रम की शुरुआत सबसे पहले कमलनाथ और नकुलनाथ के अचानक दिल्ली पहुंचने से होती है। जहां पर अटकलों ने जोर पकड़ लिया था कि वह दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह समेत भाजपा नेताओं के साथ मुलाकात करने वाले हैं। हालांकि, उनकी मुलाकात बीजेपी नेताओं के साथ नहीं हो सकी। ऐसे में इन अटकलों को बल मिलना तब शुरू हो गया जब नकुलनाथ ने अपने ट्वीटर एकाउंट के बायो से कांग्रेस का नाम हटा दिया था। इसके बाद से ही कमलनाथ और नकुलनाथ का भाजपा में जाना लगभग तय माना जा रहा था।
कमलनाथ और बेटे नकुलनाथ के दल बदलने की खबरों से प्रदेश से भाजपा और कांग्रेस के नेताओं के रिएक्शन सामने आने लगे। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, जीतू पटवारी और सज्जन सिंह वर्मा समेत कई नेताओं ने कमलनाथ पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल होने की खबरों पर हैरानी जताई थी। उधर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा था कि पार्टी में कमलनाथ का स्वागत हैं।
Created On :   19 Feb 2024 11:13 PM IST