Rahul Gandhi statement controversy: राहुल गांधी के बयान पर भाजपा नेताओं का पलटवार, बोले - 'RSS और BJP का विरोध करते-करते देश के विरोध में उतर आई कांग्रेस'
- राहुल गांधी के बयान पर गरमाई सियासत
- RSS और BJP पर लगाया था संस्थाओं पर कब्जा करने का आरोप
- बीजेपी नेताओं ने किया पलटवार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भाजपा और आरएसएस को लेकर दिए बयान पर सत्ताधारी दल बीजेपी के नेता भड़क उठे हैं। उन्होंने कहा कि राहुल ने अपने बयान से यह स्पष्ट कर दिया है कि उनकी लड़ाई भारत से है। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अब पीएम मोदी और भाजपा का विरोध करते-करते देश के विरोध में उतर आई है।
देश विरोधी एजेंडे पर काम कर रही कांग्रेस
शहजाद पूनावाला ने मीडिया से बातचीत में कहा, "कांग्रेस अब देश के विरोध में उतर आई है और यह कोई संयोग नहीं, बल्कि एक सोचा समझा सोरोस का उद्योग है। अमेरिकी उद्योगपति सोरोस के इशारे पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी देश तोड़ने के लिए काम पर हैं। क्या यह सच नहीं है कि सोरोस द्वारा संचालित और प्रायोजित संगठन में सोनिया गांधी प्रेसिडेंट थी? जिसका एजेंडा था कि भारत को कश्मीर से अलग कर दिया जाए। क्या यह सच नहीं है कि चीन के साथ भी राहुल गांधी का और कांग्रेस पार्टी के परिवार का एमओयू हुआ है?"
उन्होंने आगे कहा, "कांग्रेस ने बार-बार भारत के खिलाफ उतरने का काम किया है। कांग्रेस पार्टी कभी सेना विरोधी तो कभी संविधान विरोधी और आज वह देश विरोधी एजेंडे पर काम कर रही है। भारत के टुकड़े करने का एजेंडा भी उनका ही है।"
जनता देगी जबाव
लोकसभा नेता प्रतिपक्ष के बयान पर भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा, "राहुल गांधी कह रहे हैं कि वो एक स्टेट के खिलाफ लड़ रहे हैं मतलब भारत के खिलाफ तो पाकिस्तान, बांग्लादेश और भी दुनिया के कई देश हैं जो हमारे खिलाफ लड़ रहे हैं। तो अगर राहुल गांधी की लड़ाई स्टेट के खिलाफ है तो मुझे नहीं लगता औरों में और इनमें कोई अंतर है। ये देश के लोग इनको जवाब देंगे।"
भाजपा ही उनके लिए काफी
बिहार सरकार में मंत्री नितिन नबीन ने कहा, "राहुल गांधी की लड़ाई खुद की पहचान से है। राहुल का खुद का व्यक्तित्व उनके लिए काफी चैलेंजिंग है। मेरा मानना है कि भाजपा ही उनके लिए काफी है। उनके दादाजी से लेकर उनके पिताजी तक ने संघ को घेरने का बहुत प्रयास किया, लेकिन कोई सफल नहीं हो पाया। पहले वह भाजपा से मुकाबला करें।
भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा, "मोहन भागवत ने कभी यह नहीं कहा कि 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद नहीं हुआ। उन्होंने यह भी नहीं कहा कि हमें स्वतंत्रता नहीं मिली, बल्कि उन्होंने कहा कि हमें राजनीतिक स्वतंत्रता मिली और हमारे देश की बागडोर हमारे हाथ में आई। उन्होंने उसके साथ यह बात कही कि राम मंदिर बनने के पश्चात हमारे देश को नई प्रतिष्ठा मिली।"
मोहब्बत की दुकान में लड़ाई का सामान
संबित पात्रा ने कहा, "राहुल गांधी ने नाम रखा है मोहब्बत की दुकान, मगर उसके अंदर जो समान है वह सारा लड़ाई का है। उनको भारतीय जनता पार्टी के साथ लड़ना है और आज तो उन्होंने यह भी बोल दिया कि उन्हें इंडियन सिस्टम के खिलाफ लड़ना है। अब जिस व्यक्ति ने एलओपी रहते हुए खुलेआम भारत के खिलाफ युद्ध शुरू कर दिया हो, उसके विषय में क्या कहना।"
क्या बोले थे राहुल?
राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा और आरएसएस ने देश की सभी संस्थाओं पर कब्जा जमा लिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने न केवल भाजपा और आरएसएस, बल्कि भारत सरकार से भी लड़ाई लड़ रही है। राहुल ने इंदौर में दिए मोहन भागवत के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि आरएसएस प्रमुख कह रहे हैं कि 1947 में भारत को सच्ची आजादी नहीं मिली थी। मोहन भागवत का यह बयान हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के साथ-साथ हर एक भारतीय नागरिक का अपमान है। उनका बयान हमारे संविधान पर हमला है।
Created On :   16 Jan 2025 1:21 AM IST