दिल्ली चुनाव नतीजा: काम नहीं आया राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का चुनाव प्रचार करना, नतीजों में फिर FAIL हुई कांग्रेस

काम नहीं आया राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का चुनाव प्रचार करना, नतीजों में फिर FAIL हुई कांग्रेस
  • बीजेपी राज्य में हासिल की प्रचंड जीत

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी और वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने दिल्ली चुनाव के दौरान जमकर प्रचार किया। हालांकि, चुनावी नतीजे में इसका असर नहीं देखने को मिला है। कांग्रेस को राज्य में एक भी सीट नहीं मिली है।

बीजेपी ने राज्य में प्रचंड जीत हासिल की है। वहीं, आम आदमी पार्टी दस साल बाद सत्ता से बाहर हो गई है। बीजेपी को राज्य में 48 सीटें मिलती दिखाई दे रही है। वहीं, 22 सीटें आप के खाते में जा रही है। लेकिन चर्चा कांग्रेस को लेकर हो रही है। क्योंकि, बीते तीन चुनाव से कांग्रेस का फ्लॉप शो जारी है।

राहुल और प्रियंका ने जमकर किया प्रचार

वहीं, नतीजों से साफ हो गया है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के चुनाव प्रचार का असर दिल्ली चुनाव के नतीजे में नहीं दिखाई दिया है। दोनों नेताओं ने जहां-जहां पार्टी के लिए प्रचार किया था, वहां भी पार्टी को एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई है। राहुल गांधी ने चुनाव के दौरान यमुना और राज्य की सड़कों का वीडियो बनाकर आम आदमी पार्टी को घेरने की कोशिश की। कांग्रेस नेता ने वीडियो के जरिए दिल्ली की आम जनता की मुश्किलों को दुनिया के सामने लाई। लेकिन फिर भी जनता ने कांग्रेस पर भरोसा नहीं जताया।

राहुल गांधी ने दिल्ली में 13 जनवरी, 2025 से चुनाव प्रचार का शुरू किया। इस दौरान उन्होंने सभी वर्गों को साधने की कोशिश की। पूर्वोत्तर दिल्ली में पार्टी के लिए उन्होंने प्रचार किया। राहुल गांधी ने 28, 29 और 30 जनवरी को उत्तरी दिल्ली में सबसे ज्यादा आठ रैलियां की थी।

दोनों नेताओं ने की 58 से ज्यादा रैली

28 जनवरी के दिन दक्षिण पूर्वी दिल्ली में राहुल गांधी ने सात रैलियां की। वहीं, 31 जनवरी को प्रियंका गांधी ने पश्चिमी दिल्ली में सात रैलियां की। इसके बाद उन्होंने 1 फरवरी को सेंट्रल दिल्ली में 7 रैलियां की। इसके आलवा प्रियंका गांधी ने शाहदरा में 5 रैलियां की। बता दें कि, राहुल और प्रियंका गांधी ने 58 से ज्यादा रैली की।

राहुल गांधी ने कुल 34 सीटों पर और प्रियंका गांधी ने 24 सीटों पर जनसभाएं की। इस दौरान दोनों नेताओं ने जमकर प्रचार तो किया लेकिन, नतीजों में पार्टी को एक बार फिर हार का सामना करना पड़ा है। हालांकि, पार्टी का वोट शेयर 3 फीसदी बढ़कर अब 7 फीसदी के करीब हो गया है।

Created On :   8 Feb 2025 7:05 PM IST

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