प्रधानमंत्री मोदी का अमेरिका दौरा अहम, रक्षा और व्यापार सहित कई महत्वपूर्ण विषयों पर सार्थक चर्चा की उम्मीद : पीयूष गोयल
गोयल ने पीएम मोदी के नेतृत्व में पांच प्रण लेकर देश के आगे निकलने की बात कहते हुए कहा कि आज हम भारत को लगभग साढ़े तीन ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बना चुके हैं और अगले 25 वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था को 35 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने के लक्ष्य को लेकर काम कर रहे हैं। मोदी सरकार के 9 वर्षों के कार्यकाल को सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के 9 वर्ष बताते हुए गोयल ने कहा कि 28 महीने तक देश के 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज दिया गया ताकि देश में कोई भी भूखा न सोए।
उन्होंने कहा कि दुनिया के बड़े देशों के मंदी और महंगाई की समस्या से त्रस्त होने के बावजूद भारत का निर्यात ऐतिहासिक रूप से बढ़ा है। ऑस्ट्रेलिया और यूएई के साथ फ्री ट्रेड अग्रीमेंट हुआ एवं उसे लागू किया गया और अन्य कई देशों के साथ एफटीए को लेकर बातचीत हो रही है। आज हर ²ष्टिकोण से भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत है और दुनिया के बड़े-बड़े देश भारत को अपनी सप्लाई चैन का हिस्सा बनाना चाहते हैं। आज 100 से अधिक यूनिकॉर्न और एक लाख के लगभग स्टार्टअप भारत को गौरवान्वित कर रहे हैं। विश्व का सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम आज भारत में है। उन्होंने कहा कि इज ऑफ डूइंग बिजनेस के लिए सरकार ने सिंगल विंडो सिस्टम खोला है। इसके जरिए एक लाख से ज्यादा प्रस्ताव को अप्रूवल दिया जा चुका है। कई कानूनों को सरल बनाया गया, जेल जाने की आशंका को खत्म करने का प्रयास किया गया। जन विश्वास बिल संसद के सामने है, इसे लेकर स्टैंडिंग कमेटी की रिपोर्ट भी आ गई है।
उन्होंने किसानों, गन्ना किसानों, कृषि उद्योग, चीनी मिल इंडस्ट्री, इथेनॉल, टेक्सटाइल मेगा पार्क, ज्वेलरी में हॉलमार्क की अनिवार्यता, उपभोक्ता के हितों की सुरक्षा, लॉजिस्टिक क्षेत्र, पेटेंट सहित कई अन्य क्षेत्रों में मोदी सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताते हुए दावा किया कि जहां दुनिया के बड़े देश महंगाई से परेशान हैं। वहीं, भारत महंगाई को नियंत्रण में रखने में सफल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में निर्णायक और प्रोएक्टिव सरकार काम कर रही है और भारत विश्व गुरु बन रहा है। देश के 140 करोड़ निवासी भारत को एक विकसित और समृद्ध देश बनाने की यात्रा पर निकल पड़े हैं।
उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह सरकार के समय भारत और चीन के बीच में ट्रेड डेफिसिट 33 गुना बढ़ गया था, जिसके कारण भारत के उद्योग मरते गए और हम चीन के ऊपर निर्भर होते गए। लेकिन, मोदी सरकार के पिछले 9 वर्षों के कार्यकाल में भारतीय अर्थव्यवस्था बढ़ी और मजबूत हुई। चीन की तरफ से आयात बढ़ा है। लेकिन, सरकार अपनी निगरानी बनाये हुए हैं। कर्नाटक से चावल की डिमांड के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सहित कई अन्य प्रदेशों से भी मांग आई है। लेकिन, चावल की कीमत को नियंत्रित रखने के लिए भारत सरकार ने सभी राज्यों को मना कर दिया है। अगर राज्यों को अतिरिक्त चावल की आवश्यकता है तो वे ओपन मार्किट से खरीद सकते हैं।
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Created On :   20 Jun 2023 4:38 PM IST