बीपीएससी कैंडिडेट प्रोटेस्ट: आमरण अनशन पर करोड़ों की वैनिटी वैन लेकर पहुंचे PK, बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में कर रहे हैं प्रदर्शन

आमरण अनशन पर करोड़ों की वैनिटी वैन लेकर पहुंचे PK, बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में कर रहे हैं प्रदर्शन
  • बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में कर रहे हैं प्रदर्शन
  • गांधी मैदान में करोड़ों की वैनिटी वैन लेकर पहुंचे पीके
  • भूख हड़ताल पर बैठे हैं प्रशांत किशोर

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बीपीएससी अभ्यर्थी लगातार पटना के गांधी मैदान में प्रदर्शन कर रहे हैं। जिसके समर्थन में जन सुराज पार्टी (जसुपा) के सूत्रधार प्रशांत किशोर (PK) आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर पीके की वैनिटी वैन की तस्वीरे सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। जिसके लेकर वह पटना के गांधी मैदान पहुंचे हैं। सोशल मीडिया पर चर्चा है कि PK की वैनिटी वैन की कीमत करोड़ों में है। जिसके लेकर अब चर्चा भी तेज हो गई है।

दावे पर बवाल

दावा किया जा रहा है कि गांधी मैदान में मौजूद गांधी मूर्ति के पीछे खड़ी करोड़ों की वैनिटी वैन में 5 स्टार होटल जैसी सुख-सुविधाएं हैं। जिसमें आरामदायक बिस्तर से, बैठने के लिए सोफा सेट, बाथरूम, वाई-फाई और हाईटेक सुविधाएं शामिल हैं। सोशल मीडिया पर वैनिटी वैन के तस्वीरों के साथ प्रशांत किशोर की जमकर आलोचना हो रही है। कुछ लोगों ने कहा है कि प्रशांत किशोर इसी वैनिटी वैन में फ्रैश होते हैं और आराम भी करते हैं। इसके अलावा वह इसी वैनिटी वैन में आराम भी करते हैं।

जन सुराज प्रवक्ता की प्रतिक्रिया

जन सुराज के प्रवक्ता विवेक ने कहा कि वैनिटी वैन का मुद्दा उठाना केवल ध्यान भटकाने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा, "यह आंदोलन राज्य के युवाओं और उनके भविष्य के लिए है। कुछ लोग प्रशांत किशोर को बदनाम करने के लिए इस तरह के मुद्दों को उछाल रहे हैं। यह वैनिटी वैन हमारे अभियान के लिए एक साधन मात्र है। असल मुद्दा बिहार के युवाओं और बेरोजगारी का है, जिसे उठाने की जरूरत है।"

पटना में जारी प्रदर्शन

बिहार की राजधानी पटना में 70वीं बीपीएससी (BPSC) की प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन जारी है। जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर, कैंडिडेट्स के समर्थन में पटना के गांधी मैदान में भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं।

आपको बता दें कि, BPSC (PT) परीक्षा और भूख हड़ताल पर DM चन्द्रशेखर सिंह ने कहा- गांधी मैदान में गांधी मूर्ति के पास कभी इस तरह की परंपरा नहीं रही है, वो प्रतिबंधित क्षेत्र है। हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता आज की परीक्षा को संपन्न कराने की थी। व्यवस्था बनाए रखने का दायित्व सभी जिम्मेदार नागरिकों का होता है। भूख हड़ताल के दौरान तबीयत बिगड़ने की सूचना मिलने पर हमने वहां मेडिकल टीम भेजी थी।

Created On :   4 Jan 2025 3:16 PM IST

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