बिहार: पहले मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह को मिलें भारत रत्न- पीके

- पीके ने पूर्व सीएम को भारत रत्न से अलंकृत करने की मांग शेखपुरा में उठाई
- शेखपुरा जिले से नाता रखते थे पूर्व सीएम सिंह
- पूर्व सीएम सिंह शेखपुरा में श्री बाबू के नाम से थे फेमस
डिजिटल डेस्क, शेखपुरा। चुनावी रणनीतिकार व जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने आज मंगलवार 25 मार्च को बिहार राज्य के पहले मुख्यमंत्री दिवंगत श्रीकृष्ण सिंह को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ की मांग की है। पीके ने पूर्व सीएम को भारत रत्न से अलंकृत करने की मांग शेखपुरा में उठाई। आपको बता दें श्री बाबू’ के नाम से जाने जाने वाले सिंह इसी शेखपुरा जिले से नाता रखते थे। उन्होंने 1961 में अपने निधन तक बिहार में सत्ता की बागडोर संभाली थी।
विकीपीडिया से मिली जानकारी के अनुसार बिहार केसरी" डॉ. श्रीकृष्ण सिंह (श्रीबाबू) बिहार राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री। उनके कार्यकाल में बिहार में उद्योग, कृषि, शिक्षा, सिंचाई, स्वास्थ्य, कला व सामाजिक क्षेत्र में की उल्लेखनीय कार्य हुये। उनमें आजाद भारत की पहली रिफाइनरी- बरौनी ऑयल रिफाइनरी, आजाद भारत का पहला खाद कारखाना- सिन्दरी व बरौनी रासायनिक खाद कारखाना, एशिया का सबसे बड़ा इंजीनियरिंग कारखाना-भारी उद्योग निगम (एचईसी) हटिया, देश का सबसे बड़ा स्टील प्लांट-सेल बोकारो, बरौनी डेयरी, एशिया का सबसे बड़ा रेलवे यार्ड-गढ़हरा, आजादी के बाद गंगोत्री से गंगासागर के बीच प्रथम रेल सह सड़क पुल-राजेंद्र पुल, कोशी प्रोजेक्ट, पुसा व सबौर का एग्रीकल्चर कॉलेज, बिहार, भागलपुर, रांची विश्वविद्यालय इत्यादि जैसे अनगिनत कार्य हुए।
प्रशांत ने कहा कि श्रीबाबू बिहार के लोगों के लिए भारत रत्न से भी बड़े हैं। श्रीकृष्ण सिंह के शासनकाल का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि उस समय बिहार देश के 10 अग्रणी राज्यों में शामिल था। आज बिहार विकास के अधिकतर मापदंडों में पिछड़े राज्यों में गिना जाता है। प्रशांत किशोर ने कांग्रेस और बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियां अपनी विचारधारा के करीबी लोगों को ही भारत रत्न देती हैं।
Created On :   25 March 2025 7:12 PM IST