राममनोहर लोहिया की कर्मस्थली फर्रूखाबाद में सपा बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला
- फर्रूखाबाद का अपना एक अनोखा और श्रेष्ठ इतिहास
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के चुनावी प्रचार का शोरगुल फर्रूखाबाद में जमकर दिखाई दे रहा है। फर्रूखाबाद में चार विधानसभा सीट आती है। फर्रूखाबाद सदन, भोजपुर,कायमगंज और अमृतपुर। फर्रूखाबाद का अपना एक अनोखा और श्रेष्ठ इतिहास रहा है।
फर्रूखाबाद समाजवादी राममनोहर लोहिया की कर्मस्थली रही है। पूर्व राष्ट्रपति डॉ जाकिर हुसैन और राष्ट्रीय कवियत्री महादेवी वर्मा की जन्मस्थली भी रहा है।
कुछ दशक से फर्रूखाबाद सदर विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलता रहा है। कभी कांग्रेस तो कभी सपा का दबदबा रहा है। इस समय इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है। मेजर सुनील दत्त द्विवेदी यहां से बीजेपी से विधायक हैं।
ज्यादातर इस सीट पर कांग्रेस जीतती रही है। लेकिन विधायक ब्रह्म दत्त द्विवेदी एक हत्या कांड ने यहां की पूरी सियासत ही बदलकर रख दी। सदर विधासभा सीट पर 20 फरवरी को वोटिंग होनी है।
फर्रुखाबाद सदर विधानसभा सीट पर कांग्रेस से सलमान खुर्शीद के पत्नी लुईस खुर्शीद चुनावी मैदान में है। यहां बीजेपी प्रत्याशी और सलमान खुर्शीद का अस्तित्व दांव पर लगा है। बीजेपी विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी से तमाम शिकायतों के बाद भी चुनावी प्रचार में द्विवेदी की जगह मोदी आ जाते है। बीजेपी मोदी नाम का जाप रही है तो वहीं कांग्रेस सलमान के नाम की दुआ कर रही है। विकास बेरोजगारी हिंदू मुस्लिम, जिन्ना यहां के चुनावी शोरगुल में नजर आ रहे है।
Created On :   17 Feb 2022 2:56 PM IST