मनीष सिसोदिया के घर चली 14 घंटे तक छापेमारी, जरूरी कागजात व ईमेल डेटा को अपने साथ ले गई सीबीआई टीम

डिजिटल डेस्क, दिल्ली। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के घर पर शुक्रवार सुबह ही सीबीआई की टीम ने छापा मारा था। करीब 14 घंटे की सघन तलाशी के बाद सीबीआई टीम बाहर निकल चुकी है। गौरतलब है कि सिसोदिया के आवास पर देर रात तक सीबीआई टीम जांच करती रही। बताया जा रहा है कि जांच के दौरान कुछ गोपनीय दस्तावेज भी सीबीआई के हाथ लगे हैं। इस पूरे मामले को लेकर अब मनीष सिसोदिया की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है।
— ANI Digital (@ani_digital) August 19, 2022
इस मामले में सीबीआई ने मनीष सिसोदिया के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की है और मुख्य आरोपी भी माना है। मनीष सिसोदिया के ऊपर सबसे बड़ी चुनौती है कि जो उनके करीबी हैं, कमीशन लेकर शराब व्यापारियों को लाइसेंस देने का आरोप लग गया है। सीबीआई इन सभी बिंदुओं पर गहनता से जांच कर रही है। गौरतलब है कि दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने इस मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी।
दिल्ली सरकार की शराब नीति पर सवाल?
केजरीवाल सरकार पर नई एक्साइज ड्यूटी में गड़बडी के आरोप लगे हैं। सरकार पर आरोप है कि नई शराब नीति में शराब लाइसेंसधारियों को गलत तरीके से लाभ पंहुचाने का प्रयास किया गया है। लाइसेंस देने में नियमों को ताक पर रखा गया। वहीं टेंडर के बाद 144 करोड रूपए शराब ठेकेदारों के माफ किए गए। रिपोर्ट में कहा गया कि इस शराब नीति के तहत कोरोना के बहाने से लाइसेंस की फीस माफ की गई।
Created On :   19 Aug 2022 11:17 PM IST