करहल के लोगों ने भाजपा का मुकाबला बनाया आसान

The people of Karhal made the fight against BJP easy
करहल के लोगों ने भाजपा का मुकाबला बनाया आसान
एस.पी. सिंह बघेल करहल के लोगों ने भाजपा का मुकाबला बनाया आसान

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। केंद्रीय मंत्री और उत्तर प्रदेश के करहल विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार एस.पी. सिंह बघेल ने रविवार को कहा कि करहल के लोगों ने यहां भाजपा की लड़ाई को आसान बना दिया है। उन्होंने आईएनएएस से बात करते हुए कहा कि पहले राजनीतिक दल उम्मीदवार खड़ा करते थे और मतदाता उन्हें चुनते थे, लेकिन इस बार इस निर्वाचन क्षेत्र के लोग भाजपा के पदाधिकारी बन गए हैं और वे सभी एस.पी. सिंह बघेल बन गए हैं। इस निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव एक जन आंदोलन बन गया है और यहां समाजवादी पार्टी के खिलाफ एक अंतर्धारा चल रही है।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 10 मार्च के बाद किला गड्ढा बन जाएगा, लेकिन तब तक वे कह सकते हैं कि करहल उनका किला है। यहां एक मूक क्रांति है। लोग सपा कैडर की गुंडागर्दी के कारण नहीं बोल रहे हैं और वे एक पार्टी के आधिपत्य को बदलना चाहते हैं।

यही कारण है कि लोग चुपचाप भाजपा के पक्ष में मतदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा, यह पहली बार नहीं है, जब सपा का किला गिराया जाएगा। डिंपल यादव कन्नौज और फिरोजाबाद दोनों सीट खो चुकी हैं, धर्मेद्र यादव और अक्षय यादव भी अतीत में इन सीटों से हार गए हैं, तो क्या आप कन्नौज और फिरोजाबाद को उनका गढ़ कह सकते हैं? उन्होंने यह भी कहा कि वे (सपा) शिकोहाबाद, सिरसागंज और जसराना भी हारेंगे।

यह पूछे जाने पर कि क्या वह यादव वोट बैंक में प्रवेश करने में सक्षम हैं, बघेल ने कहा कि यादवों में बड़ी संख्या में गरीब लाभार्थी हैं, वे भाजपा का समर्थन करेंगे, क्योंकि ये कल्याणकारी योजनाएं जाति व्यवस्था पर आधारित नहीं हैं और विशुद्ध रूप से आर्थिक स्थिति पर आधारित हैं।

बघेल ने आगे कहा, गरीबों को पीएम आवास योजना के तहत घर, शौचालय, पिछले 18 महीनों से हर एक को पांच किलो मुफ्त राशन मिला है और छोटे जोत वालों को किसान सम्मान निधि के तहत 2,000 रुपये की 10वीं किस्त अवश्य मिली होगी। वे समझते हैं कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार और योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाएं जातिगत समीकरणों पर आधारित नहीं हैं।

उन्होंने योजनाओं की जानकारी देते हुए यह भी कहा कि मजदूरों को उनकी बेटियों की शादी के लिए 75,000 रुपये, पहली और दूसरी बालिका के जन्म पर 35,000 रुपये, जबकि विभिन्न कक्षाओं, कक्षा एक से लेकर पीएचडी तक के छात्रों को हर महीने छात्रवृत्ति मिल रही है। बघेल ने यह भी कहा कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) की हाल की करहल यात्रा इस बात का संकेत है कि अखिलेश यादव यहां से हार रहे हैं।

बघेल ने टिप्पणी की, नेता जी पिछले दो चरणों में किसी भी निर्वाचन क्षेत्र में कहीं नहीं जा रहे हैं। वे बीमार हैं, लेकिन 17 फरवरी को करहल गए और उन्हें अखिलेश के लिए समर्थन मांगना पड़ा। इसका मतलब है कि अखिलेश करहल से यह चुनाव हार रहे हैं, जनता साइकोलॉजी समझती है।

(आईएएनएस)

Created On :   20 Feb 2022 6:01 PM IST

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