प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड करेगा स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र की सहायता

Technology Development Board to support startup ecosystem
प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड करेगा स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र की सहायता
उत्तर प्रदेश प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड करेगा स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र की सहायता
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डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड (टीडीबी) के 25वें स्थापना दिवस को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने बुधवार को कहा कि टीडीबी को सफल उत्पाद विकास के लिए स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र की खोज और पोषण करना चाहिए।

सिंह के साथ केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान और प्रौद्योगिकी और राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पृथ्वी विज्ञान ने भी जोर देकर कहा कि टीडीबी को किसी भी समर्थन के लिए संपर्क करने के बजाय युवा स्टार्ट-अप तक एक सक्रिय तरीके से पहुंचना चाहिए।

उन्होंने कहा कि हालांकि देश में प्रतिभाशाली एचआर पूल की कोई कमी नहीं है, लेकिन मुख्य चुनौती इसे नए प्रतिमानों को विकसित करने के लिए चैनलाइज करना है, जो आत्मनिर्भरता का विश्वास अगली पीढ़ी में बढ़ाने और आकर्षित करने में मदद करेगा।

प्रो के विजय राघवन, प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार, भारत सरकार ने कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से भाग लिया। डॉ कृष्णा एला, अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, भारत बायोटेक और युवा उद्यमी अक्षता कारी, सह-संस्थापक और सीओओ, कोको लैब ने भी व्यक्तिगत रूप से इस कार्यक्रम को संबोधित किया। मंत्री ने इस अवसर पर टीडीबी पत्रिका का भी विमोचन किया।

प्रो के विजय राघवन ने कहा कि टीडीबी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और इसने दिखाया है कि हमारे पारिस्थितिकी तंत्र में नए प्रकार के नवाचारों को बढ़ाया जा सकता है।

डॉ रेणु स्वरूप, सचिव, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग और जैव प्रौद्योगिकी विभाग, शेखर सी मंडे, सचिव, डीएसआईआर और डीजी, सीएसआईआर और बोर्ड सदस्य, टीडीबी और प्रो आशुतोष शर्मा, पूर्व सचिव, डीएसटी, इस अवसर पर बोलने वालों में शामिल थे।

 

(आईएएनएस)

Created On :   2 Sept 2021 6:00 AM GMT

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