ब्रिटेन में राहुल गांधी के दिए गए बयान पर कांग्रेस को याद आए विक्रम बेताल, खड़गे ने कहा उल्टा चोर कोतवाल को डांटे, लेकिन हम भी नहीं मानेंगे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पिछले कई दिनों से कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपने बयानों के जरिए सुर्खियों में बने हुए हैं। भारत से लेकर ब्रिटेन तक इनका ही बयान चर्चा का विषय बना हुआ है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के तमाम नेताओं के निशाने पर राहुल गांधी हैं। अब राहुल गांधी पर राज्यसभा में हंगामा हुआ है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने राहुल को आड़े हाथों लिया है और उनसे माफी मांगने की बात कही है। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मैं इस बयान की घोर निंदा करता हूं, जो सदन का सदस्य नहीं है, उसके बारे में ऐसा कहना ठीक नहीं है।
पीयूष गोयल के निशाने पर राहुल
सांसद राहुल गांधी के बयान का जिक्र करते हुए पीयूष गोयल ने राज्यसभा में कहा कि बड़े ही शर्मनाक तरीके से विदेशों में जाकर भारत के खिलाफ राहुल ने बयान दिया है, जो पूरी तरह से गलत है। राहुल ने विदेशी सरजमीं पर जाकर देश की न्यायपालिका, सेना, चुनाव आयोग, और सदन का खूब अपमान किया। विपक्षी नेता ने जो भी आरोप लगाए हैं उस पर उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
खड़गे ने क्या कहा?
पीयूष गोयल यहीं नहीं रूके कांग्रेस शासन में लगे आपातकाल की याद दिलाते हुए कहा कि लोकतंत्र के लिए खतरा इमरजेंसी के वक्त था, आज नहीं है। इस पूरे मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी जवाब दिया है। उन्होंने कहा जो इस सदन का सदस्य नहीं है उसके ऊपर ऐसी टिप्पणी करना बहुत ही निंदनीय है, मैं इसकी निंदा करता हूं।
बोलने का मौका नहीं मिला
मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि इनके राज में लोकतंत्र पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है। उन्होंने कहा कि पीयूष गोयल ने अपने मन माने तरीके से राहुल गांधी पर जो मन में आया वो बोल दिया, उनके भाषण को सदन में गलत तरीके से पेश किया गया। राहुल गांधी के कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में दिए गए भाषण को जिक्र करते हुए खड़गे ने आगे कहा कि किसी विश्वविद्यालय में लोकतंत्र पर बात करने से हम देशद्रोही हो जाते हैं लेकिन प्रधानमंत्री मोदी विदेशों में जाकर भारत के 70 सालों में हुए विकास को सीधे तौर पर नकारते हैं ये तो बात हुई 'उल्टा चोर कोतवाल को ही डांटे'।
पीछा नहीं छोड़ेंगे
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने आज भी आरोप लगाया कि हमें सदन में बोलने का मौका नहीं दिया गया, जो उनके दोहरे चरित्र को दर्शाता है। हम अडानी के मामले में जेपीसी का गठन चाहते हैं लेकिन सरकार उसके लिए तैयार नहीं है। जब मैं इसी मुद्दे पर बोलने के लिए खड़ा हुआ तब मुझे दो मिनट तक बोलने का मौका भी नहीं दिया गया, जबकि पीयूष गोयल को अपनी बात रखने के लिए 10 मिनट का समय मिला। इस पूरे घटना में हमारा माइक भी ऑफ रहा और जमकर हंगामा किया गया। लेकिन हम इनके पीछे 'विक्रम बेताल' की तरह पड़े रहेंगे।
सदन में क्यों हो रहा है हंगामा?
दरअसल, पिछले दिनों ही वायनाड से सांसद राहुल गांधी ब्रिटेन स्थित कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में भाषण देने पहुंचे थे। जहां पर उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा था कि भारत में मौजूदा सरकार लोकतंत्र खत्म करने में जुटी हुई है। देश के तमाम प्रतिष्ठित संस्थान पर भाजपा ने अपना कब्जा जमा लिया है। मीडिया से लेकर न्यायपालिका तक सब उसके ही कंट्रोल में है। इसी बयान पर एक बार फिर संसद में दोनों प्रमुख पार्टियां आमने-सामने नजर आ रही हैं। सदन के हालात देखकर लगता है कि सत्र एक बार फिर हंगामे की भेंट चढ़ता नजर आ रहा है।
Created On :   13 March 2023 2:00 PM IST