शर्मिला ने पेपर लीक पर केसीआर को लोगों की प्रश्नावली भेजी

Sharmila sends peoples questionnaire to KCR on paper leak
शर्मिला ने पेपर लीक पर केसीआर को लोगों की प्रश्नावली भेजी
तेलंगाना शर्मिला ने पेपर लीक पर केसीआर को लोगों की प्रश्नावली भेजी

डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। वाईएसआर तेलंगाना पार्टी (वाईएसआरटीपी) की अध्यक्ष वाई. एस. शर्मिला ने बुधवार को मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव को तेलंगाना के लोगों की प्रश्नावली भेजी, जिसमें तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (टीएसपीएससी) को लेकर प्रश्न पत्र लीक होने का मामला सामने आया है।

शर्मिला ने मुख्यमंत्री केसीआर से टीएसपीएससी प्रश्न पत्र लीक होने और उसके बाद विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा जांच पर 10 सवाल पूछे। शर्मिला ने टी-सेव के बैनर तले हैदराबाद के इंदिरा पार्क में आयोजित एक दिवसीय अनशन और विरोध सभा में भाग लिया।

वाईएसआरटीपी नेता, जिन्होंने पहले राज्य में लोगों की दुर्दशा देखने के लिए उनके साथ पदयात्रा करने के लिए मुख्यमंत्री को एक जोड़ी जूते देने की पेशकश की और साथ ही भारतीय संविधान की एक प्रति भेंट करने की पेशकश की, अब प्रश्नावली भेजकर एक और अभिनव विरोध का सहारा लिया।

भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की जनसभा को संबोधित करने के लिए दो दिन पहले महाराष्ट्र के औरंगाबाद की यात्रा पर गए केसीआर का मजाक उड़ाते हुए प्रश्नावली में लिखा है- आपने टीएसपीएससी पेपर लीक घोटाले के मुद्दे पर एक भी शब्द नहीं बोला है? क्या आप अभी भी तेलंगाना के सीएम हैं या औरंगाबाद के पार्षद हैं? कृपया स्पष्ट करें!

शर्मिला ने केसीआर से यह भी पूछा कि टीएसपीएससी पेपर लीक घोटाले में टीएसपीएससी बोर्ड के सदस्यों और अध्यक्ष के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि जानबूझकर अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई क्योंकि उन्होंने सबूत मिटाने के लिए एसआईटी के साथ मिलकर काम किया।

टीएसपीएससी से प्रश्न पत्रों की चोरी का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा कि यह कैसे संभव है कि आईपी को टीएसपीएससी कार्यालय के बाहर एक्सेस किया गया। वह जानना चाहती थीं कि आईटी विभाग की भूमिका की जांच क्यों नहीं की गई। उन्होंने पूछा- आईटी मंत्री ने राज्य सरकार के डेटा सेंटर से डेटा उल्लंघन और समझौता पहुंच पर श्वेत पत्र क्यों नहीं जारी किया।

यह दावा करते हुए कि ईडी को मनी लॉन्ड्रिंग का बड़ा सबूत मिला है, वाईएसआरटीपी नेता ने पूछा कि बड़ी मछली की भूमिका के बिना यह कैसे संभव हो सकता है। उन्होंने यह भी पूछा कि सभी पक्षों के दबाव के बावजूद मामला अभी तक सीबीआई को क्यों नहीं दिया गया या सिटिंग जज द्वारा जांच का आदेश नहीं दिया गया।

इस बीच, क्रांतिकारी बालादीर गदर शर्मिला के साथ इंदिरा पार्क में हुए विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गए। उन्होंने राज्य सरकार से बेरोजगारों की समस्याओं के समाधान के लिए कदम उठाने की मांग की। इससे पहले तेलंगाना उच्च न्यायालय ने विरोध के लिए वाईएसआरटीपी को सशर्त अनुमति दी थी।

हालांकि तेलंगाना स्टूडेंट्स एक्शन फॉर वैकेंसीज एंड एम्प्लॉयमेंट (टी-सेव) के बैनर तले शर्मिला को 17 अप्रैल को विरोध करने की पुलिस ने अनुमति नहीं दी। शर्मिला ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर पुलिस को विरोध प्रदर्शन की अनुमति देने का निर्देश देने की मांग की थी। उच्च न्यायालय ने, हालांकि, निर्देश दिया कि 500 से अधिक लोगों को हड़ताल में भाग नहीं लेना होगा।

(आईएएनएस)

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Created On :   26 April 2023 5:30 PM IST

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