पार्थ चटर्जी के दामाद को नहीं स्कूल में कैश निवेश की जानकारी
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा करोड़ों रुपये के पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) भर्ती में अनियमितता घोटाले की जांच के सिलसिले में करीब 12 घंटे तक पूछताछ किए जाने के बाद भी पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी के दामाद पश्चिम मिदनापुर जिले के पिंगला में एक अंतरराष्ट्रीय स्कूल से जुड़े बड़े निवेश पर ससुराल वाले अनजान दिखाई दिए।
कल्याणमय भट्टाचार्य लंबी पूछताछ के बाद मंगलवार तड़के करीब 2.30 बजे साल्ट लेक स्थित केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय से निकले। भट्टाचार्य बीसीएम इंटरनेशनल स्कूल के अध्यक्ष हैं, जिसका नाम पार्थ चटर्जी की दिवंगत पत्नी बबली के नाम पर रखा गया है। यह 45 एकड़ भूमि में फैला हुआ है और इसमें एक अंतरराष्ट्रीय कैटेगिरी के स्कूल की सभी सुविधाएं हैं।
ईडी के सूत्रों ने कहा कि एजेंसी के अधिकारियों को विभिन्न चरणों में स्कूल की स्थापना के लिए लगभग 15 करोड़ रुपये के नकद खर्च से संबंधित दस्तावेज मिले हैं, जैसे जमीन की खरीद के साथ-साथ विभिन्न ठेकेदारों को भुगतान। अधिकारियों ने कथित तौर पर संबंधित दस्तावेजों को उनके सामने रखने के बाद इनमें से प्रत्येक नकद भुगतान पर भट्टाचार्य से पूछताछ की।
जांच एजेंसी का मानना है कि घोटाले की आय का एक हिस्सा स्कूल की स्थापना के लिए खर्च किया गया था। ईडी के सूत्रों ने कहा कि इस खर्च के बारे में अधिकांश जानकारी और दस्तावेज उनके अधिकारियों को उक्त स्कूल के कार्यवाहक, पिंगला के स्थानीय निवासी कृष्ण चंद्र अधिकारी और भट्टाचार्य के रिश्तेदार द्वारा प्रदान किए गए थे। उन्होंने कहा कि भट्टाचार्य को तीन कंपनियों इम्प्रोलाइन कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड, एचआरआई वेल्थ क्रिएशन रियल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड और एक्रीसियस कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड पर पूछताछ के लिए फिर से बुलाया जाएगा।
केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय के तहत कंपनी रजिस्ट्रार के रिकॉर्ड के अनुसार, भट्टाचार्य एक्रीसियस कंसल्टिंग में प्रबंध निदेशक हैं, शेष दो कंपनियों में वह एक निदेशक हैं। एचआरआई वेल्थ क्रिएशन रियल्टर्स और इम्प्रोलाइन कंस्ट्रक्शन में, दूसरे निदेशक कृष्ण चंद्र अधिकारी हैं। भट्टाचार्य, जो वर्तमान में अपनी पत्नी और चटर्जी की बेटी सोहिनी के साथ अमेरिका में रहते हैं, को पूछताछ के लिए कोलकाता दो बार बुलाया गया था। हालांकि, उन्होंने तब दोनों समन को खारिज कर दिया था।
वह 24 सितंबर को कोलकाता पहुंचे। नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आव्रजन अधिकारियों ने ईडी को सतर्क किया। ईडी के अधिकारियों ने तुरंत उनसे संपर्क किया और उन्हें सोमवार दोपहर तक अपने साल्ट लेक कार्यालय में उपस्थित रहने के लिए कहा।
(आईएएनएस)
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Created On :   27 Sept 2022 5:30 PM IST