विपक्ष अडानी पर एकजुट, गठबंधन पर बिखरा

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
संसद में सरकार को घेरने की रणनीति विपक्ष अडानी पर एकजुट, गठबंधन पर बिखरा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विपक्षी राजनीतिक दल कभी किसी मुद्दे पर एकजुट हो जा रहे हैं, तो कभी उनके रास्ते अलग हो जाते हैं। अदाणी के मामले में तो विपक्षी दलों ने एकजुटता दिखाई है, लेकिन जब भाजपा के खिलाफ गठबंधन की बात आती है, तो उनमें मतभेद सामने आ जाता है। संसद में सरकार को घेरने की रणनीति तैयार करने के लिए शुक्रवार को बुलाई गई विपक्ष की बैठक में कांग्रेस, डीएमके, सपा, आप, बीआरएस, शिवसेना, राजद, जद(यू), सीपीआई(एम), सीपीआई, एनसीपी, एनसी, आईयूएमएल, केसी(जोस मणि), केसी(थामस)और आरएसपी सहित सोलह दलों ने भाग लिया। संसद भवन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कक्ष में बैठक की। हालांकि गुरुवार को हुई बैठक में शामिल तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को बैठक में हिस्सा नहीं लिया।

विपक्षी एकता की सराहना करते हुए, कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, विपक्षी दल मौजूदा स्टॉक-मार्केट संकट के अर्थव्यवस्था पर प्रभाव और आम भारतीयों की बचत पर चर्चा की मांग करने के लिए एकजुट हैं। सरकार को चर्चा रोकनी नहीं चाहिए। विपक्ष ने अदाणी एंटरप्राइजेज पर हिंडनबर्ग शोध रिपोर्ट की संयुक्त संसदीय समिति जांच (जेपीसी) की मांग की है। यही मांग करते हुए विपक्ष के नेता खड़गे ने कहा, हम इस मुद्दे पर जेपीसी जांच की मांग करते हैं और संसद के अंदर इस मांग को उठाएंगे।

संसद के अंदर विपक्षी एकता ने बीजेपी को चौंका दिया है, लेकिन सदन के बाहर वही सौहार्द गायब है। कांग्रेस के साथ क्षेत्रीय दलों के वैचारिक मतभेदों को देखते हुए पूरा विपक्ष एकजुट होने से हिचक रहा है। भारत जोड़ो यात्रा के अंतिम दिन यह स्पष्ट हो गया, क्योंकि श्रीनगर में बहुत कम पार्टियों के कुछ ही प्रतिनिधि पहुंचे। यहां तक कि पूर्व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी स्वीकार किया है कि कांग्रेस के भीतर मतभेद हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि विपक्षी खेमा आरएसएस और भाजपा की नफरत की राजनीति के खिलाफ एकजुट है।

एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, विपक्ष को संसद में मुद्दों को उठाने की अनुमति नहीं है और मीडिया उन मुद्दों को जगह नहीं दे रहा है। कांग्रेस के सहयोगी राजद और जद (यू) ने भी श्रीनगर में खराब मौसम को कारण बताते हुए यात्रा के समापन समारोह में भाग नहीं लिया, लेकिन स्पष्ट रूप से विपक्ष में दो ब्लॉक सामने आए हैं। एक कांग्रेस के और दूसरा बीआरएस के के. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व में। रैली में सपा, माकपा और जद(एस) शामिल थे।

राहुल गांधी पर उम्मीद जताते हुए पूर्व रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी ने कहा था, भारत जोड़ो यात्रा के कश्मीर में समाप्त होने के साथ ही एक नए राहुल का जन्म हो गया है। एंटनी ने भारत जोड़ो यात्रा को अद्वितीय करार दिया। उन्होंने कहा, यात्रा के करीब आने के साथ, मैं एक नए राहुल को देख रहा हूं और यह यात्रा तभी समाप्त होगी, जब मौजूदा बीजेपी सरकार को आगामी लोकसभा चुनावों के लिए पैकिंग के लिए भेजा जाएगा। इस यात्रा ने राहुल को एक ऐसे भारत को देखने में मदद की है, इसने अब एहसास हुआ कि यह उनका पुनर्जन्म होने जा रहा है।

एंटनी ने कहा, यात्रा के लिए कांग्रेस का उद्देश्य लोकतांत्रिक ताकतों का एकीकरण था। हालांकि देश की सबसे पुरानी पार्टी को राहुल के मजबूत होकर उभरने का भरोसा है, फिर भी कुछ विपक्षी दलों को संदेह है। हालांकि, पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि राहुल गांधी विपक्षी खेमे में एक निर्विवाद नेता के रूप में उभरे हैं और यात्रा ने कार्यक्रम ने उनकी छवि बनाने में मदद की है, हालांकि उन्होंने फिर से जोर दिया कि यात्रा लोगों के लिए है, न कि उनके या उनकी पार्टी के लिए।

कन्याकुमारी से कश्मीर तक की अपनी लगभग 3,970 किलोमीटर की यात्रा के दौरान, जो 7 सितंबर को शुरू हुई, गांधी ने 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की यात्रा की और उस विशेष राज्य के विशेष क्षेत्रों के लोगों के भावनात्मक तार को छूने की कोशिश की। उन्होंने 13 प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया, 100 से अधिक कॉर्नर मीटिंग की, 275 से अधिक नियोजित वॉकिंग इंटरेक्शन, और 100 से अधिक बैठकें कीं। उन्होंने श्रीनगर में जोर देकर कहा, मैंने अपने या कांग्रेस के लिए यात्रा नहीं की, इसका उद्देश्य उस विचारधारा के खिलाफ खड़ा होना है, जो देश की नींव को नष्ट करना चाहती है।

हालांकि, विपक्षी एकता के प्रदर्शन को भाजपा ने चुनौती दी थी, जिसमें कहा गया था कि तमाम कोशिशों के बावजूद, विपक्ष एक साथ नहीं आया क्योंकि किसी ने उसे स्वीकार नहीं किया। अपने बचाव में कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि विपक्षी दलों के एक दर्जन से अधिक नेता रैली में शामिल होने वाले थे, लेकिन जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने और हवाई यातायात बाधित होने के कारण इसमें शामिल नहीं हो सके।

 

(आईएएनएस)

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Created On :   5 Feb 2023 2:00 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story