सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने मानसून सत्र में चीनी घुसपैठ पर चर्चा की मांग की

Opposition demands discussion on Chinese infiltration in monsoon session in all-party meeting
सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने मानसून सत्र में चीनी घुसपैठ पर चर्चा की मांग की
सर्वदलीय बैठक सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने मानसून सत्र में चीनी घुसपैठ पर चर्चा की मांग की

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सरकार की ओर से रविवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने कश्मीरी पंडितों पर हमले और चीनी घुसपैठ समेत 13 प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की मांग की। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, चीन की घुसपैठ, विदेश नीति, वन संरक्षण अधिनियम में बदलाव और कश्मीरी पंडितों और कांग्रेस नेताओं पर हमले के मुद्दे पर सदन में चर्चा करने की जरूरत है।

खड़गे ने कहा कि विपक्ष ने बैठक में 13 मुद्दों को उठाया, जबकि सरकार 32 विधेयकों को पारित करना चाहती है।दूसरी ओर, सरकार ने कहा कि वे चर्चा के लिए तैयार हैं। संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि श्रीलंका के मुद्दे पर चर्चा के लिए मंगलवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है, जहां विदेश मंत्री मौजूद रहेंगे।

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री बैठक में मौजूद नहीं थे। सर्वदलीय बैठक में एनडीए का समर्थन करने वालों सहित कई राजनीतिक दलों ने मोदी सरकार में विरोधाभास की ओर इशारा किया। एक तरफ यह अपने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए श्रेय का दावा कर रहे हैं, दूसरी तरफ यह वन अधिकार अधिनियम-2006 की हत्या कर रहे हैं।

संसद के आगामी मॉनसून सत्र में 24 नए विधेयक पेश किए जाएंगे, जिसमें प्रेस और आवधिक पत्रों का पंजीकरण विधेयक, 2022 शामिल है। यह विधेयक मध्यम/छोटे प्रकाशकों के ²ष्टिकोण से मौजूदा अधिनियम की प्रक्रियाओं को सरल रखते हुए और प्रेस की स्वतंत्रता के मूल्यों को बनाए रखते हुए, मौजूदा अधिनियम के गैर-अपराधीकरण द्वारा प्रेस और पुस्तकों के पंजीकरण (पीआरबी) अधिनियम, 1867 को प्रतिस्थापित करने का प्रयास करता है।

विधेयक का कड़ा विरोध हो सकता है, क्योंकि कहा जा रहा है कि इसे छोटे प्रकाशकों और डिजिटल मीडिया को नियंत्रित करने के लिए लाया जा रहा है। विपक्ष पहले ही आरोप लगा चुका है कि सरकार देश में असंतोष की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है।

एक अन्य महत्वपूर्ण विधेयक ऊर्जा संरक्षण (संशोधन) विधेयक, 2022 है, जो भारत में कार्बन ट्रेडिंग के लिए एक नियामक ढांचा प्रदान करने का प्रयास करता है, ताकि ऊर्जा मिश्रण में नवीकरणीय ऊर्जा के प्रवेश को प्रोत्साहित किया जा सके और ऊर्जा संरक्षण अधिनियम के प्रभावी कार्यान्वयन और प्रवर्तन को बढ़ावा दिया जा सके।

चार अन्य विधेयक - वन्य जीवन (संरक्षण) संशोधन विधेयक, 2021; समुद्री समुद्री डकैती रोधी विधेयक, 2019; माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण-पोषण और कल्याण (संशोधन) विधेयक, 2019; और राष्ट्रीय डोपिंग रोधी विधेयक, 2021, स्थायी समिति को भेजे गए हैं।

 

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Created On :   17 July 2022 6:00 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story