दिल्ली पॉलिटिक्स: 'कहां गई जादू की छड़ी...', राजधानी में प्रदूषण को लेकर AAP नेता सौरभ भारद्वाज का रेखा गुप्ता सरकार पर हमला

- दिल्ली में प्रदूषण को लेकर सियासत तेज
- आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर साधा निशाना
- रेखा गुप्ता सरकार पर उठाए सवाल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में प्रदूषण को लेकर सियासत गरमा रही है। राज्य की सत्ताधारी भाजपा सरकार पर आम आदमी पार्टी जमकर निशाना साध रही है। इस क्रम में शनिवार को आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सीएम रेखा गुप्ता के नेतृत्व वाली सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने दिल्ली की जनता को प्रदूषण के नाम पर एक बार फिर चूना लगा दिया है। सौरभ भारद्वाज ने साफ शब्दों में कहा, "चुनाव से पहले बीजेपी ने बड़े-बड़े वादे किए थे कि वो दिल्ली से प्रदूषण खत्म कर देगी, लेकिन अब सारा ढोंग सामने आ गया है। ये लोग जनता को बेवकूफ बनाने में लगे हैं।
सौरभ भारद्वाज ने बताया कि चुनाव से पहले बीजेपी ने दिल्ली में प्रदूषण को लेकर खूब शोर मचाया था। टीवी, रेडियो, सोशल मीडिया और अखबारों में बड़े-बड़े विज्ञापन छपवाए. कभी कहा गया कि दिल्ली में रहने से उम्र कम हो रही है, तो कभी ये कि यहां सांस लेना सिगरेट पीने जितना खतरनाक है। उनका एक ही नारा था - दिल्ली को प्रदूषण से बचाने के लिए बीजेपी को वोट दो. लेकिन अब जब बीजेपी की सरकार बन गई, तो सौरभ भारद्वाज ने पूछा, "कहां गई वो जादू की छड़ी, जिससे ये प्रदूषण हटाने वाले थे?"
उन्होंने खुलासा किया कि बीजेपी का असली खेल अब सामने आ गया है। नए बजट में दिल्ली सरकार ने प्रदूषण चेक करने के लिए कुछ और एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन लगाने का ऐलान किया था। लेकिन ये स्टेशन लगाए कहाँ जा रहे हैं? सौरभ भारद्वाज ने कहा, "बीजेपी ने जनता को बेवकूफ बनाने के लिए सारे स्टेशन जंगल और हरे-भरे इलाकों में लगाने का प्लान बनाया है।"
'जंगल में स्टेशन, जनता को धोखा'
सौरभ भारद्वाज ने बताया कि दिल्ली में पहले से 40 एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन हैं। कुछ बस्तियों में, कुछ फैक्ट्री वाले इलाकों में और कुछ हरे-भरे इलाकों में. इससे प्रदूषण का सही हाल पता चलता है। लेकिन अब बीजेपी ने 6 नई जगहों पर स्टेशन लगाने का फैसला किया और हैरानी की बात ये है कि ये सारी जगहें जंगल या हरियाली वाली हैं। जैसे - सेंट्रल रिज (सिविल लाइंस के पास), जेएनयू कैंपस, इग्नू के पीछे जंगल, अक्षरधाम के पास यमुना किनारा और एनएसआईटी कैंपस।
उन्होंने कहा, "इन इलाकों में न फैक्ट्री है, न गाड़ियों की भीड़, न ही लोग रहते हैं। यहां प्रदूषण आएगा कहां से? बीजेपी ने जानबूझकर ऐसी जगहें चुनीं, ताकि प्रदूषण का स्तर कम दिखे और जनता को ये लगे कि हवा साफ हो गई। ये दिल्ली वालों के साथ धोखा है।"
भाजपा पर लगाए आरोप
बता दें, सौरभ भारद्वाज ने शुक्रवार के प्रदूषण के आंकड़े भी जारी किए। वजीरपुर इंडस्ट्रियल एरिया में AQI (एयर क्वालिटी इंडेक्स) 373 था, रोहिणी के रिहायशी इलाके में 334, हालांकि मंदिर मार्ग पर, जो हरा-भरा इलाका है,वहां पर AQI सिर्फ 156 था। यानी जहां लोग रहते हैं और फैक्ट्रियाँ चलती हैं, वहां प्रदूषण दोगुना है। आप नेता ने कहा "बीजेपी ने इसी का फायदा उठाया। जंगल में स्टेशन लगाओ, AQI कम दिखाओ और कहो कि हमने कमाल कर दिया।"
सौरभ भारद्वाज ने इसे सिर्फ धोखा नहीं, बल्कि दिल्ली की जनता के खिलाफ आपराधिक साजिश" करार दी। उन्होंने कहा, "बीजेपी पिछले 2 महीने से प्रदूषण कम करने के लिए कुछ नहीं कर रही। अब ये जंगल में स्टेशन लगाकर झूठ फैला रहे हैं। कल को पुराने स्टेशन खराब कर देंगे और सिर्फ जंगल वाले आंकड़े दिखाकर कहेंगे कि प्रदूषण खत्म हो गया। अखबारों में बड़ी-बड़ी हेडलाइंस छपेंगी कि सीएम रेखा गुप्ता ने प्रदूषण का जादू कर दिया। लेकिन असल में ये हमारे बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है।"
सौरभ भारद्वाज के सीएम रेखा गुप्ता से ये सवाल
- - "जंगल में स्टेशन लगाने का फैसला किस अफसर ने लिया?"
- - "क्या सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के नियमों का पालन हुआ?"
- - "अगर नियम तोड़े गए, तो उस अफसर पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई?"
- - "क्या इस धोखे में दिल्ली सरकार भी शामिल है?"
इस दौरान उन्होंने तंज कसते हुए कहा, "अगर जनता को बेवकूफ ही बनाना है, तो सातों मंत्री अपने ड्राइंग रूम में एयर प्यूरीफायर और स्टेशन लगा लें। AQI 50 पर आ जाएगा. लेकिन दिल्ली कोई गांव की पंचायत नहीं है कि जहां मन आए, वहां स्टेशन ठोक दो।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बीजेपी का ये खेल दिल्ली वालों की सेहत से मजाक है। "हम चाहते हैं कि लोग सच जानें. प्रदूषण कम करने के लिए मेहनत चाहिए, न कि जंगल में स्टेशन लगाकर आंकड़े सुधारने की चालबाजी। उन्होंने दिल्ली वालों से अपील की कि वो बीजेपी के इस ढोंग को समझें और अपने हक के लिए आवाज उठाएं।
Created On :   27 April 2025 12:30 AM IST