सपा को राष्ट्रीय दर्जा दिलाने की चल रही कवायद
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। समाजवादी पार्टी को राष्ट्रीय दर्जा दिलाने की कवायद चल रही है। पार्टी को यूपी के अलावा अन्य राज्यों में चुनाव लड़ाने का कार्यक्रम चालू किया गया है। पार्टी की रणनीति है कि यूपी के अलावा महाराष्ट्र में भी पार्टी को कामयाबी मिली है। इसी तरह अन्य राज्यों में भी विधायक चुने गए तो इसका फायदा लोकसभा चुनाव में मिल सकता है। करीब एक माह पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के तीसरी बार राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते समय अखिलेश यादव ने सपा को राष्ट्रीय पार्टी बनाये जाने का ऐलान किया था। अब अखिलेश यादव ने अपने इस वादे को पूरा करने का काम शुरू है। जिसके चलते अखिलेश ने गुजरात विधानसभा के चुनावों में 30 सीटों पर सपा प्रत्याशियों को उतारा है।
सपा के रणनीतिकारों की मानें तो मध्य प्रदेश और राजस्थान में होने वाले चुनावों में भी सपा हांथ आजमाएगी। यूपी के अलावा पार्टी को महाराष्ट्र में कामयाबी मिली है। उक्त राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों के अनुसार, महाराष्ट्र की तर्ज पर ही अखिलेश अन्य राज्यों में पार्टी का विस्तार करना चाहते हैं। सपा के एक नेता ने बताया कि सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का सपना था की पार्टी को राष्ट्रीय दर्जा मिले।
इसके लिए मुलायम सिंह यादव ने महाराष्ट्र, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड में पार्टी उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा भी था, लेकिन कुछ एक सीटों पर ही ऐसे में उक्त राज्यों में सपा को चंद सीटों पर जीत हासिल हुई लेकिन पार्टी को महाराष्ट्र के अलावा कहीं और कामयाबी नहीं मिली। अब अखिलेश यादव ने पुख्ता प्लान के साथ यूपी के बाहर अन्य राज्यों में चुनाव लड़ने की तैयारी की है. इसी के तहत जहां अखिलेश यादव मैनपुरी लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में अपनी पत्नी डिंपल यादव को चुनाव लड़ा रहे हैं, वही दूसरी तरफ उन्होंने गुजरात में हो रहे। विधानसभा चुनावों में भी उम्मीदवार उतारे हैं।
गुजरात प्रदेश के अध्यक्ष देवेंद्र उपाध्याय के अनुसार, पार्टी ने गुजरात की 182 सीटों में से 30 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। इनमें से 10 उम्मीदवारों के पर्चे अलग-अलग कारणों से खारिज हो गए हैं। अब 20 सीट पर पार्टी के प्रत्याशी मैदान में हैं। देवेंद्र उपाध्याय बताते हैं कि गुजरात की कुतियाना सीट पर निर्वतमान विधायक कांधल भाई जडेजा इस बार सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा गुजरात की अबदासा, तेजपुर, तेजपुर, पाटन, अमराई बाड़ी सहित अन्य सीटों पर भी पार्टी के मजबूत उम्मीदवार चुनाव मैदान में है। देवेंद्र उपाध्याय को भरोसा है कि पार्टी छह से आठ सीटों पर जीत हासिल करेंगी। इसी प्रकार मध्य प्रदेश की सभी 230 सीटों पर सपा चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इनमें से 50 सीटों पर पार्टी ने मजबूती से चुनाव लड़ने की रणनीति बनाई गई है। इन सीटों पर पार्टी उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित हो सके, इसके लिए मध्य प्रदेश में जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन शुरू हो गए हैं, इसमें यूपी के नेताओं को भी भेजा जा रहा है।
मध्य प्रदेश के प्रदेश महासचिव डॉ. मनोज यादव के अनुसार उक्त 50 सीटों पर यादव-मुस्लिम एवं अन्य पिछड़ी जातियों की संख्या अधिक है। ये सीटें यूपी की सीमा से भी सटी हैं. यहां पहले भी सपा को जनता का समर्थन मिलता रहा है। इसलिए यहां माइक्रो लेवल पर तैयारी हो रही है। कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों में इस बार सपा तीसरे नंबर की पार्टी बन जाए यह टार्गेट लेकर चला जा रहा है। सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी कहते हैं कि राष्ट्रीय अध्यक्ष की मंशा है कि सपा राष्ट्रीय बने। इसके लिए निरंतर प्रयास हो रहा है। हिंदी राज्यों के साथ अन्य राज्यों को फोकस कर रहे है।
(आईएएनएस)
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Created On :   21 Nov 2022 8:30 PM IST