स्वामी प्रसाद को राष्ट्रीय महासचिव की मिली अहम जिम्मेदारी, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने कसा तंज, बोले- "विनाश काले विपरीत बुद्धि"

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने रविवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा कर दी। जिसमें स्वामी प्रसाद को भी राष्ट्रीय महासचिव की अहम जिम्मेदारी दी गई है। हालही में स्वामी प्रसाद मौर्या रामचरितमानस पर बयान देकर विवादों में आए हैं। वहीं इसी का सहारा लेते हुए यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने सपा पर निशाना साधा है। स्वामी को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाए जाने पर डिप्टी सीएम ने तंज कसते हुए कहा है कि, समाजवादी पार्टी ने अपना हिंदू विरोधी चरित्र जग जाहिर कर दिया है।
डिप्टी सीएम ने साधा निशाना
समाजवादी पार्टी के इस फैसले पर डीप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने ट्विटर पर लिखा कि "मानसिक रूप से विक्षिप्त हो चुकी समाजवादी पार्टी ने अपना हिंदू विरोधी चरित्र उजागर कर दिया है, श्री रामचरितमानस मानस को अपमानित करने वाले को सपा बहादुर श्री अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय महासचिव बनाकर खुद सपा के ताबूत में आखिरी कील ठोक दी है। विनाश काले विपरीत बुद्धि।"
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) January 29, 2023
क्या कहा था स्वामी प्रसाद ने
डीप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने समाजवादी पार्टी पर इसलिए निशाना साधा है क्योंकि, पिछले रविवार को स्वामी प्रसाद मौर्या ने रामचरितमानस पर विवादित बयान दिया था। जिसको आधार बनाकर डिप्टी सीएम ने पार्टी के शीर्ष नेता अखिलेश यादव पर इशारों ही इशारों में तंज कसा है। दरअसल, स्वामी ने कहा था कि, तुलसीदास की रामचरितमानस कुछ विशेष वर्गों के खिलाफ है। ब्राह्मण पढ़ा लिखा न हो लेकिन उसकी पूजा करों, अगर कोई छोटे वर्ग का है वो कितना भी पढ़ा लिखा क्यों न हो उसकी इज्जत ना करों। मैं ऐसी पुस्तक को नहीं मानता। उन्होंने आगे कहा था कि, रामचरितमानस के कुछ अंश को हटा देना चाहिए बल्कि सरकार से मैं मांग करता हूं कि इस पूरी पुस्तक को ही बैन कर देना चाहिए। सपा नेता के इस विवादित बयान के बाद भाजपा और साधु संतो की समाज ने घोर आपत्ति जताई थी। बता दें कि, स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने के आरोप में कई धाराओं में केस दर्ज हो चुके हैं।
शिवपाल यादव को बनाया गया राष्ट्रीय महासचिव
बता दें कि, सपा ने 62 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा की है। जिसमें चाचा शिवपाल यादव को भी अखिलेश यादव ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपते हुए राष्ट्रीय महासचिव बनाया है। मैनपुरी उपचुनाव के दौरान से ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि अखिलेश चाचा शिवपाल यादव को कोई बड़ा पद दे सकते हैं। बता दें कि, मैनपुरी में हुए उपचुनाव में शिवपाल यादव ने डिंपल यादव को जीताने में अहम भूमिका निभाई थी। वहीं अखिलेश यादव ने स्वामी प्रसाद को राष्ट्रीय महासचिव बना कर अपने विरोधियों को साफ इशारा कर दिया हैं कि वो अपने नेता से खफा नहीं है।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) January 29, 2023
Created On :   29 Jan 2023 7:22 PM IST