All Party Meeting: 'सोशल मीडिया पर नफरत फैलान की कोशिश पर रोक लगे...' सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने सत्तापक्ष से जुड़ी पार्टियों से विपक्ष ने की मांग

- पहलगाम अटैक के बाद बुलाई गई सर्वदलीय बैठक
- राहुल गांधी समेत मौजूद रहे विपक्ष के प्रमुख नेता
- पीएम नरेंद्र मोदी रहे गैरमौजूद
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के बाद गुरुवार की शाम सर्वदलीय बैठक बुलाई गई। इस बैठक में सभी विपक्षी दलों के नेताओं के साथ आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी हिस्सा लिया। मीटिंग के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि विपक्ष ने सरकार से मांग की कि पाकिस्तान के संरक्षण में पनप रहे आतंकवाद के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाए। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि विपक्ष ने सत्तापक्ष से जुड़े दलों ने इसकी मांग की कि सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने की कोशिश पर रोक लगे।
'आतंकवादियों पर हो कड़ी कार्रवाई'
संजय सिंह ने कहा, "पूरा देश गुस्से में है नाराजगी में है आक्रोश में है। देश का हर नागरिक ये चाहता है कि भारत की सरकार आतंकवादियों को उन्हीं की भाषा में जवाब दे। जैसे उन्होंने हमारे निहत्थे निर्दोष लोगों की हत्या की है, निहत्थे निर्दोष पर्यटकों को मारा है, उसी की भाषा में आतंकवादियों का समूल नाश होना चाहिए। उनको बर्बाद किया जाए। उनके कैंप्स बर्बाद किए जाएं और जहां से संचालित हो रहा है, पाकिस्तान से, उस पाकिस्तान के खिलाफ भी आप कार्रवाई करिए, ऐसा सबने एक मत से आज सर्वदलीय बैठक में सरकार के सामने अपनी बात रखी।"
पीएम के मीटिंग में न होने पर उठे सवाल
आप सांसद ने आगे कहा, "दूसरा विषय, इतनी गंभीर और संवेदनशील बैठक थी। सुरक्षा के मुद्दे पर बैठक थी तो हमारी अपेक्षा थी कि प्रधानमंत्री जी संभवत: इस मीटिंग में जरूर रहेंगे। लेकिन उनको बिहार का कार्यक्रम ज्यादा महत्वपूर्ण लगा और इस बैठक में आना महत्वपूर्ण नहीं लगा। ये भी सवाल कई सदस्यों ने सर्वदलीय बैठक में उठाए।"
सुरक्षा में चूक का उठा सवाल
संजय सिंह ने ये भी बताया, "इसके अलावा एक महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई। वो हास्यास्पद भी है और महत्वपूर्ण भी है। 22 अप्रैल की ये घटना है। 20 अप्रैल से वो स्थान बगैर सुरक्षा एजेंसियों की जानकारी के प्रारंभ कर दिया। यानी कि ये जानकारी दी गई कि पहले वहां पर सिर्फ अमरनाथ यात्रा के दौरान पर्यटक जाते थे। लेकिन 20 अप्रैल को बिना किसी सुरक्षा एजेंसी की जानकारी के वो स्थान खोल दिया गया। एक स्थान पर हजार, पांच सौ, दो हजार लोग जा रहे हैं उसमें पुलिस को जानकारी नहीं, सेना को जानकारी नहीं, सीआरपीएफ को जानकारी नहीं, हमारी खूफिया एजेंसियों को जानकारी नहीं और आतंकवादी आते हैं और मारकर चले जाते हैं।"
वहीं, सरकार द्वारा सुरक्षा चूक पर जवाब देने को लेकर उन्होंने कहा, इस पर सरकार की तरफ वैसा ही गोलमाल जवाब दिया गया जैसा पहले दिया जाता था। उन्होंने बताया, "इसके साथ ही ये बात रखा है सदस्यों ने जिसमें सत्ता पक्ष के साथ जुड़े भी कई दल थे कि जिस प्रकार इस घटना के बाद से सोशल मीडिया के जरिए देश के अलग-अलग हिस्सों में देश में नफरत फैलाने की कोशिश की जा रही है, उस पर रोक लगाई जाए। देश में शांति और अमन के साथ पाकिस्तान द्वारा पोषित और समर्थित आतंकवाद को सख्त से सख्त जवाब दिया जाए।"
Created On :   25 April 2025 12:51 AM IST