All Party Meeting: 'यह कोई सियासी मुद्दा नहीं...हम सरकार के साथ', सर्वदलीय बैठक पर बोले AIMIM चीफ ओवैसी

- पहलगाम अटैक को लेकर केंद्र ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
- विपक्ष के सभी प्रमुख नेताओं ने लिया हिस्सा
- AIMIM चीफ ओवैसी ने सरकार के हर एक्शन में साथ होने की कही बात
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के हिल स्टेशन पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले को लेकर पूरा देश गुस्से से भरा हुआ है। इस आतंकी घटना को लेकर केंद्र सरकार ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई। इस बैठक में सत्ता पक्ष और विपक्ष के सभी प्रमुख नेता मौजूद रहे। बैठक की अध्यक्षता जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने की।
बैठक में भाग लेने के बाद AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "केंद्र सरकार उस देश के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है जो आतंकी समूहों को पनाह देता है। अंतरराष्ट्रीय कानून हमें पाकिस्तान के खिलाफ आत्मरक्षा में हवाई और नौसैनिक नाकेबंदी करने और हथियारों की बिक्री पर पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगाने की भी अनुमति देता है।"
यह सियासी मुद्दा नहीं - ओवैसी
ओवैसी ने आगे कहा, "CRPF को बैसरन मैदान में क्यों नहीं तैनात किया गया?...त्वरित प्रतिक्रिया दल को वहां पहुंचने में एक घंटा क्यों लगा और उन्होंने लोगों का धर्म पूछकर उन्हें गोली क्यों मारी? कश्मीरियों और कश्मीरी छात्रों के खिलाफ झूठा प्रचार बंद होना चाहिए। जिस तरह से आतंकियों ने लोगों का धर्म पूछकर उनकी हत्या की, मैं उसकी निंदा करता हूं। यह बहुत अच्छी बात है कि सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया गया है, लेकिन हम पानी कहां रखेंगे? केंद्र सरकार जो भी फैसला लेगी, हम उसका समर्थन करेंगे। यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है।"
हम सरकार के साथ - खड़गे
बैठक के बाद सबसे बड़े विपक्षी दल कांग्रेस के चीफ मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "इस हादसे(पहलगाम में हुआ आतंकी हमला) में बहुत से निर्दोष लोग मारे गए हैं... हम सभी ने मिलकर कहा है कि देशहित में सरकार जो भी एक्शन लेगी हम सब एक हैं और हम उन्हें सपोर्ट करेंगे। वहां जो हादसा हुआ है, हम उसकी निंदा करते हैं... हमें देश को पैगाम देना है कि हम सब एक हैं...।
वहीं, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा, "यह बहुत दुखद घटना है। पिछले कई सालों से कश्मीर में लोग शांति से अपना व्यापार कर रहे थे, टूरिस्ट आ रहे थे, गतिविधियां चल रही थी और सब बहुत अच्छा हो रहा था। सभी राजनैतिक दलों ने अपने-अपने विचारों को रखा और एक बात सामने आई कि देश को एकजुट होकर और एक आवाज में बोलना चाहिए। सभी पार्टियों ने कहा है कि वे सरकार के साथ हैं।"
Created On :   25 April 2025 2:06 AM IST