एनएससीएन-आईएम ने कहा- नागा राष्ट्रीय ध्वज पर कोई बातचीत नहीं
- राजनीतिक मुद्दे
डिजिटल डेस्क, कोहिमा। नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड-इसाक मुइवा (एनएससीएन-आईएम) ने कहा है कि नागा राष्ट्रीय ध्वज का नागा लोगों के साथ एक बड़ा भावनात्मक मूल्य जुड़ा हुआ है और ध्वज ईश्वर प्रदत्त इतिहास और नागा लोगों की पहचान के बारे में है।
एनएससीएन-आईएम ने अपने मासिक मुखपत्र नगालिम वॉयस के नवंबर अंक में कहा, भगवान ने जो दिया है वह बातचीत की मेज पर सौदेबाजी का विषय नहीं हो सकता है। एनएससीएन-आईएम ने कहा, नागा राष्ट्रीय ध्वज के प्रतीक के रूप में एक व्यक्ति एक राष्ट्र के सिद्धांत को निशाना बनाया जा रहा है।
केंद्र सरकार और एनएससीएन-आईएम के वर्चस्व वाले नागा समूहों के बीच 80 से अधिक दौर की बातचीत के बाद भी अलग नागा ध्वज और संविधान के विवादास्पद मुद्दों पर गतिरोध बना हुआ है। एनएससीएन-आईएम अलग झंडे और संविधान की मांग करता रहा है, जिसे पूर्व सरकार के वातार्कार और नागालैंड के तत्कालीन राज्यपाल आर.एन. रवि ने कई बार मना किया था।
विडम्बना यह है कि भारत सरकार द्वारा विलंबित खेल खेलने में अत्यधिक लिप्तता कुछ ऐसा है जो एनएससीएन टॉक टीम की नसों में प्रवेश कर रहा है। फिर भी, हम इस आधार पर बने रहेंगे, हालांकि हमने कई बार सरकार की सनक को देखा है।
इसमें कहा गया है कि नगा राजनीतिक मुद्दे की जटिलता को देखते हुए यह आश्चर्य की बात नहीं है कि यह 25 साल से अधिक समय से खिंचा हुआ है। हालांकि, किसी भी गंदे प्ले के लिए जटिलता का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।
एनएससीएन-आईएम ने दोहराया कि नागा राजनीतिक आंदोलन को निर्देशित करने वाले एक व्यक्ति एक राष्ट्र के सिद्धांत से किसी भी परिस्थिति में समझौता नहीं किया जा सकता है। नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने हाल ही में कहा कि राज्य अन्य राज्यों की तुलना में विकास के सभी क्षेत्रों में पिछड़ा हुआ है और यह अनसुलझे नागा राजनीतिक मुद्दे के कारण है।
मुख्यमंत्री ने कहा था, भले ही केंद्र सरकार और नागा राजनीतिक समूह अंतिम शांति समझौते या समझौते पर हस्ताक्षर करते हैं, अगर नागा एक व्यक्ति के रूप में कार्य नहीं कर सकते हैं, तो कोई वास्तविक शांति नहीं होगी।
आईएएनएस
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Created On :   23 Nov 2022 11:30 PM IST