मणिपुर में मैती समुदाय का जनजातीय वर्ग में शामिल करने को लेकर आदिवासी समुदायों ने किया हाईकोर्ट फैसले को विरोध, बवाल के बीच भारी पुलिस बल तैनात

In Manipur, tribal communities protest against the High Courts decision to include Maiti community in the tribal category, heavy police force deployed amid ruckus
मणिपुर में मैती समुदाय का जनजातीय वर्ग में शामिल करने को लेकर आदिवासी समुदायों ने किया हाईकोर्ट फैसले को विरोध, बवाल के बीच भारी पुलिस बल तैनात
हिंसा मणिपुर में मैती समुदाय का जनजातीय वर्ग में शामिल करने को लेकर आदिवासी समुदायों ने किया हाईकोर्ट फैसले को विरोध, बवाल के बीच भारी पुलिस बल तैनात
हाईलाइट
  • मणिपुर के कई जिलों में कर्फ्यू

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मणिपुर में आदिवासियों के प्रदर्शन के बीच हुई हिंसा के बाद भारी पुलिस बल तैनात किया गया। राज्य में तनाव हाईकोर्ट के एक फैसले के बाद बढ़ा हुआ है। आपको बता दें हाईकोर्ट ने अपने एक फैसले में मैती समुदाय को जनजाति का दर्जा देने वाली याचिका की मांग पर कहा है कि सरकार को मैती समुदाय को जनजातीय वर्ग में शामिल करने पर विचार करना चाहिए और हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को इसके लिए चार हफ्ते का समय दिया है।

उच्च न्यायालय के इसी फैसले के विरोध में पहाड़ी राज्य में तनाव बढ़ गया है। और मणिपुर के बिशनुपुर और चंद्रचूड़पुर जिलों में हिंसा हुई है। हिंसा को रोकने के लिए सरकार ने राज्य में पांच दिनों के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है।और कई जिलों में कर्फ्यू लगा दिया है। तीन मई की  शाम से कई इलाकों में सेना की तैनाती की गई है।

आदिवासियों का विरोध

आपको बता दें हाईकोर्ट के फैसले के विरोध में मणिपुर के सभी 10 जिलों में बुधवार देर रात कई छात्र संगठनों ने ऑल ट्राइबल स्टूडेंट यूनियन के बैनर तले मार्च निकाला था, जिसमें बड़ी संख्या में पहाड़ी लोग शामिल हुए। प्रदर्शनकारी मैती समुदाय को जनजाति का दर्जा देने का विरोध कर रहे हैं। 

मैती की जनजातीय होने की मांग

संख्या के आधार पर मणिपुर में मैती समुदाय के लोगों की आबादी करीब 60 प्रतिशत है और ये समुदाय इंफाल घाटी और उसके आसपास  बसा हुआ है।  मैती समुदाय ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर उन्हें जनजातीय वर्ग में शामिल करने की गुहार लगाई थी। वहीं हाईकोर्ट के फैसले का राज्य का जनजातीय वर्ग विरोध कर रहा है। जनजातीय वर्ग को डर है कि मैती समुदाय को अगर जनजातीय वर्ग में शामिल कर लिया जाता है तो वह उनकी जमीन और संसाधनों पर कब्जा कर लेंगे। 

मणिपुर हिंसा पर बॉक्सर और पूर्व राज्यसभा सांसद मैरी कॉम ने कहा कि अभी स्थिति बहुत बुरी है और मैं अच्छा महसूस नहीं कर रही हूं। मैं राज्य और केंद्र सरकार से स्थिति के लिए कदम उठाने और राज्य में शांति और सुरक्षा बनाए रखने की अपील करती हूं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस हिंसा में कुछ लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया: मणिपुर हिंसा पर बॉक्सर और पूर्व राज्यसभा सांसद मैरी कॉम

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने हिंसा को लेकर कहा कि 24 घंटे के बाद से कुछ जगहों पर झड़प और तोड़-फोड़ की घटनाएं सामने आई हैं। ये घटनाएं हमारे समाज के दो वर्गों के बीच प्रचलित गलतफहमी का परिणाम हैं। राज्य सरकार स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सभी कदम उठा रही है।

मणिपुर में बने हालातों को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह से बात की है और राज्य में स्थिति का जायजा लिया है, जहां जनजातीय समूहों द्वारा कई जिलों में रैलियां निकालने के बाद कानून व्यवस्था बाधित हुई है। RAF की कुछ कंपनियों को राज्य में भेजा गया है। हालांकि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त संख्या में सेना और अर्धसैनिक बल पहले से ही वहां तैनात हैं: सूत्र 

Created On :   4 May 2023 11:38 AM IST

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