आप नेता विजय नायर की जमानत अर्जी पर ईडी को हाईकोर्ट का नोटिस
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व संचार प्रभारी विजय नायर की जमानत याचिका पर बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को नोटिस जारी किया।ॉ वकील ने तर्क दिया कि नायर आप के केवल मीडिया और संचार प्रभारी थे और किसी भी तरह से आबकारी नीति का मसौदा तैयार करने, तैयार करने या लागू करने में उनकी कोई भूमिका नहीं थी, उन्हें राजनीतिक पृष्ठभूमि के लिए पीड़ित किया जा रहा है। नायर के वकील की दलीलों के बाद न्यायमूर्ति दिनेश कुमार शर्मा ने ईडी को नोटिस जारी किया और मामले की अगली सुनवाई 19 मई के लिए सूचीबद्ध कर दी।
दिल्ली की एक अदालत ने 16 फरवरी को नायर और चार अन्य को जमानत देने से इनकार कर दिया था। यह देखते हुए कि आरोप काफी गंभीर हैं, विशेष न्यायाधीश एम.के. राउज एवेन्यू कोर्ट के नागपाल ने नायर के अलावा समीर महेंद्रू, अभिषेक बोइनपल्ली, सरथ चंद्र रेड्डी और बिनॉय बाबू को जमानत देने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा कि धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत अपराध करने के लिए आरोपी व्यक्तियों द्वारा अपनाए गए पूरे मोडस ऑपरेंडी को दिखाने के लिए पर्याप्त आपत्तिजनक सबूत हैं।
नायर के आरोपों और भूमिका पर अदालत ने कहा था, हालांकि वह केवल आप के मीडिया और संचार प्रभारी थे, इस मामले की जांच के दौरान यह पता चला है कि वह वास्तव में विभिन्न बैठकों में आप और जीएनसीटीडी का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। विभिन्न स्थानों पर शराब के कारोबार में हितधारकों के साथ हुई। इस हैसियत से बैठकों में उनकी भागीदारी को इस तथ्य के आलोक में देखा जाना चाहिए कि वह आप के एक वरिष्ठ मंत्री को आवंटित आधिकारिक आवास में रह रहे थे और एक बार जब वे आरोप है कि उन्होंने जीएनसीटीडी के आबकारी विभाग में ओएसडी के रूप में खुद का प्रतिनिधित्व किया और सरकार या आप में से किसी ने भी आधिकारिक रूप से इन बैठकों में भाग नहीं लिया।
(आईएएनएस)
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Created On :   12 April 2023 10:30 PM IST