हाथरस कांड पर एकजुट विपक्ष: डैमेज कंट्रोल में योगी सरकार, पीड़ित परिवार से मिले अवनीश अवस्थी, बोले- दोषियों को मिलेगी कड़ी सजा
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हाथरस में 19 साल की दलित युवती के साथ हुए दुष्कर्म के बाद मौत का मामला फिलहाल थमता नजर नहीं आ रहा है। आज शनिवार को एक बार फिर वहां गहमागहमी के आसार बनते दिख रहे हैं। जनता से लेकर विपक्षी दलों के नेता योगी सरकार पर हमला बोल रही है वहीं इस मामले को लेकर यूपी सरकार डैमेज कंट्रोल में जुटी हुई है।
शुक्रवार को पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के बाद शनिवार को उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी और अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे।अवस्थी ने कहा, दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी।
ACS Home Avnish Awasthi and DGP HC Awasthy meet the family of the alleged gangrape victim in #Hathras. pic.twitter.com/sCFUx3ZEP6
— ANI UP (@ANINewsUP) October 3, 2020
आज पुलिस ने मीडिया को पीड़ित परिवार से मिलने की इजाजत भी दे दी है। पीड़ित परिवार ने साफ कर दिया है कि वह नार्को टेस्ट नहीं कराएंगे।
उत्तर प्रदेश: प्रशासन की तरफ से अब मीडिया को हाथरस पीड़िता के गांव में जाने की अनुमति मिल गई है। हाथरस के SDM ने बताया, "SIT की जांच पूरी हो गई है इसलिए अब मीडिया पर किसी तरह की रोक नहीं है। धारा 144 अभी भी लागू है। अभी सिर्फ मीडिया को ही आने ही इजाजत है।" #HathrasCase pic.twitter.com/eofM18tdGL
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 3, 2020
हाथरस की घटना पर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, यूपी के लिए ये कोई नई बात नहीं है, ये तो यूपी के लिए रोज़ का रूटीन हो गया है। इसमें सिर्फ पुलिस ज़िम्मेदार नहीं है, पुलिस तो एक हिस्सा है। ये वहां का नेतृत्व और उनकी मानसिकता दिखाती है।
Is there a system in UP? Since this govt came into power there have been many cases. Earlier, there were cases of lynching, killing of opposition leaders filing cases against them. This is not new but routine in UP: Congress leader Ghulam Nabi Azad https://t.co/oBrG8yTlqK pic.twitter.com/yxj3lmP2X2
— ANI (@ANI) October 3, 2020
यूपी में यह नया नहीं- गुलाम नबी
योगी सरकार पर हमला बोलते हुए आजाद ने कहा, क्या यूपी में कोई व्यवस्था है? जब से यह सरकार सत्ता में आई है तब से ऐसे कई मामले सामने आए हैं। इससे पहले, लिंचिंग, विपक्षी नेताओं की हत्या और उनके खिलाफ मामले दायर करने के मामले थे। यूपी में यह नया नहीं है।
हाथरस की घटना मानवता पर धब्बा- अठावले
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा, हाथरस की घटना मानवता पर धब्बा है। आरोपी को फांसी की सजा दी जानी चाहिए और परिवार को न्याय दिया जाना चाहिए। मायावती इस मुद्दे पर राजनीति कर रही हैं। उन्हें सीएम योगी आदित्यनाथ से इस्तीफे की मांग करने का कोई अधिकार नहीं है।
The #Hathras incident is a blot on humanity. The accused should be hanged to death the family should be given justice. Mayawati is playing politics over the issue. She has no right to demand resignation of CM Yogi Adityanath: Union Minister Ramdas Athawale in Lucknow pic.twitter.com/vgszTwdi71
— ANI UP (@ANINewsUP) October 3, 2020
प्रियंका गांधी ने कहा, यूपी सरकार नैतिक रूप से भ्रष्ट है। पीड़िता को इलाज नहीं मिला, समय पर शिकायत नहीं लिखी, शव को जबरदस्ती जलाया, परिवार कैद में है, उन्हें दबाया जा रहा है।
यूपी सरकार नैतिक रूप से भ्रष्ट है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 3, 2020
पीड़िता को इलाज नहीं मिला, समय पर शिकायत नहीं लिखी, शव को जबरदस्ती जलाया, परिवार कैद में है, उन्हें दबाया जा रहा है - अब उन्हें धमकी दी जा रही कि नार्को टेस्ट होगा।
ये व्यवहार देश को मँजूर नहीं।
पीड़िता के परिवार को धमकाना बंद कीजिए।
बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर कहा, हाथरस कांड को लेकर पूरे देश में आक्रोश है। इसकी शुरूआती आई जांच रिपोर्ट से जनता सन्तुष्ट नहीं लगती है। इस मामले की CBI से या फिर सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच होनी चाहिये।
2. साथ ही, देश के माननीय राष्ट्रपति यू.पी. से आते हैं व एक दलित होने के नाते भी इस प्रकरण में ख़ासकर सरकार के अमानवीय रवैये को ध्यान में रखकर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिये दखल देने की भी उनसे पुरज़ोर अपील। 2/2
— Mayawati (@Mayawati) October 3, 2020
यूपी के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को जवाब देने की जरूरत है। राजस्थान में एक जघन्य अपराध हुआ, लेकिन इसके बारे में बात नहीं करते। आपका (कांग्रेस का) सीएम बेशर्मी से इसका बचाव करने की कोशिश कर रहा है। आप अभी भी हाथरस जाना चाहते हैं, क्योंकि आपको लग रहा है कि आप "दलित" कार्ड खेलेंगे।
A heinous crime took place in there (in Rajasthan), but you don"t even talk about it. Your CM is trying to shamelessly defend it. You still want to go to Hathras, because you are feeling that you will play the "Dalit" card. You need to be honest: UP Minister SN Singh https://t.co/AuKdhCERA5
— ANI UP (@ANINewsUP) October 3, 2020
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष तथा उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रविवार को हाथरस के बूलगढ़ी गांव जाएंगे। अखिलेश वहां हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलेंगे। माना जा रहा है, अखिलेश यादव पीड़ित परिवार के इंसाफ के लिए कल ही संघर्ष शुरू करेंगे। फिलहाल अखिलेश यादव बाहर है। दिल्ली से ही पीड़ित परिवार से मिलने हाथरस जाएंगे।
इससे पहले शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर युवती की हत्या की घटना में लचर जांच के दोषी एसपी, हाथरस विक्रांत वीर व तत्कालीन सीओ राम शब्द समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। इन सभी को निलंबित करने का फैसला एसआइटी की पहली जांच रिपोर्ट मिलने के बाद किया गया।
इसके साथ ही गुरुवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंड पीठ ने हाथरस की घटना का स्वत: संज्ञान लेकर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए थे। हाई कोर्ट ने अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी, डीएम हाथरस प्रवीण कुमार व तत्कालीन एसपी विक्रांत वीर को 12 अक्टूबर को तलब किया है।
गौरतलब हो कि उत्तर प्रदेश के हाथरस के चंदपा क्षेत्र में 14 सितंबर को एक युवती पर उस समय जानलेवा हमला हुआ था, जब वह मां के साथ खेत में चारा लेने गई थी। मां की तहरीर पर पुलिस ने गांव के ही चार आरोपियों के खिलाफ जानलेवा हमला और एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया। बाद में बयान के आधार दुष्कर्म की भी धारा जोड़ी गई। हालांकि पुलिस का दावा है कि फोरेंसिक रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस इस मामले में चारों आरोपियों को जेल भेज चुकी है।
Created On :   3 Oct 2020 2:28 PM IST