पीएम को सलाह देने के बजाय सुरक्षा मजबूत करें सीएम
डिजिटल डेस्क, जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने सोमवार को करौली हिंसा को राज्य की खुफिया विफलता करार दिया। उन्होंने कहा कि इस मामले में दो संभावनाएं हैं- पहला, या तो राज्य सरकार को हिंसा के बारे में सुराग था या फिर वह चाहती थी कि राज्य में ऐसी घटनाएं हों। उन्होंने मुख्यमंत्री को हिंसा की निंदा करने की प्रधानमंत्री को सलाह देने के बजाय राज्य में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की सलाह दी।
इससे पहले दिन में, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, प्रधानमंत्री को राष्ट्र को संबोधित करना चाहिए और हिंसा की निंदा करनी चाहिए। देश में कानून का शासन होने दें। आज सबसे बड़ी जिम्मेदारी प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के पास है। उन्हें देश में शांति स्थापित करने की अपील करनी चाहिए। उन्हें कहना चाहिए कि हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सीएम के बयान का जवाब देते हुए पूनिया ने कहा, सीएम को पीएम को सलाह देने के बजाय राज्य में सुरक्षा मजबूत करनी चाहिए। हिंदू नववर्ष पर हर बार पूरे राजस्थान और देश के कई हिस्सों में रैली-जुलूस निकाले जाते हैं। राजस्थान के करौली में हुई घटना सुनियोजित प्रतीत होती है।
इससे पहले बीकानेर, कोटा और भीलवाड़ा में धारा 144 लगाई गई थी और द कश्मीर फाइल्स रिलीज होने के मद्देनजर भी धारा 144 लगाई गई थी। उन्होंने कहा कि करौली कांड में मामला सरकार के संज्ञान में था और सरकार चाहती थी कि लोगों में भय पैदा करने के लिए ऐसी घटनाएं हों। सोमवार को दिल्ली में मौजूद पूनिया ने कहा कि गहलोत तुष्टीकरण की नीति अपनाते हैं, जिसमें उन्हें अपने वोटबैंक की चिंता है और अधिकांश लोगों की सुरक्षा की कोई चिंता नहीं है।
(आईएएनएस)
Created On :   4 April 2022 8:30 PM IST