जनविश्वास यात्रा के जरिए भाजपा मिशन 2022 फतह करने में जुटी
- भारतीय जनता पार्टी ने 19 दिसम्बर से प्रदेश के छह जिलों से जनविश्वास यात्राएं शुरू की थीं
डिजिटल डेस्क,लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के रण में बाजी मारने के लिए भाजपा ने अपनी बिसात बिछानी शुरू कर दी है। वह एक बार फिर से 403 विधानसभाओं में संपर्क कर अपने कार्यकतार्ओं और मतदताओं में जोश भरने के लिए जनविश्वास यात्रा निकाल रही है। रणनीतिकार मानते हैं कि इस यात्रा से मिले बूस्टर से मिशन 2022 फतह करने में आसानी होगी।
भारतीय जनता पार्टी ने 19 दिसम्बर से प्रदेश के छह जिलों से जनविश्वास यात्राएं शुरू की थीं। यात्राओं की नाव पर सवार पार्टी के नेता आधे से ज्यादा यूपी मथ चुके हैं। रणनीतिकार मानते हैं कि वह इनके माध्यम से एकबार फिर जनविश्वास को फिर से साध सकेगी।
यात्राओं में जुट रही भीड़ से जहां भाजपा गदगद हैं, वहीं इनके माध्यम से वह जनपेक्षा को तो समझ ही रही है कार्यकतार्ओं को भी नए माहौल के मुताबिक लड़ाई के लिए तैयार भी कर रही है। एक ओर मोदी माहौल तो बना ही रहे हैं, दूसरी ओर भाजपा के दूसरे राष्ट्रीय और स्थानीय चेहरे भी जनता से जुड़े मुद्दों को उछलकर उसकी नब्ज भी टटोल रहे हैं, जिनको समझकर पार्टी अभी से दूसरे चरण के कैम्पेन की रणनीति बना रही है।
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित बताते हैं कि सभी छह यात्राएं अबतक 8,391 किमी चल चुकी हैं, इनकी जद में प्रदेश की 247 विधानसभा सीटें आ चुकी हैं। इनमें भाजपा के 67 सांगठनिक जिले आते हैं। यात्राओं के माध्यम से भाजपा अबतक 2173 स्वागत सभाएं, 593 छोटी सभाएं, 38 बड़ी सभाएं कर चुकी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तो हर यात्रा में एक से दो सभाएं कर चुके हैं। इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, धर्मेंद्र प्रधान, अनुराग ठाकुर, स्मृति ईरानी, महेंद्र नाथ पांडेय, पंकज चौधरी, संजीव बालियान, जनरल वीके सिंह, बीएल वर्मा, एसपी सिंह बघेल, साध्वी जिरंजन ज्योति, भानु वर्मा के साथ उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डॉ. दिनेश शर्मा, प्रदेश सरकार में मंत्री श्रीकान्त शर्मा, ब्रजेश पाठक, सूर्य प्रताप शाही, महेंद्र सिंह, भूपेंद्र चैधरी, लक्ष्मी नारायण चैधरी, सतीश महाना, सिध्दार्थ नाथ सिंह, समेत पूरी कैबिनेट यात्रा में सभा करके उसके साथ चल रहे हैं।
मुख्यमंत्री जहां पिछली सरकार के गुंडाराज, भ्रष्टाचार को मुद्दा बना रहे हैं तो केंद्रीय नेता मोदी और योगी राज में किये गए विकास के कार्यों को गिना रहे हैं। केशव प्रसाद मौर्य मथुरा का नाम लेकर हिंदुत्व के मुद्दे को भी हवा दे रहे हैं। अतीक, मुख्तार, आजम खान को जेल भेजने का क्रेडिट भी बीजेपी लेकर ध्रुवीकरण का भी काम कर रही है। अखिलेश के जिन्ना का नाम लेते ही भाजपा ने उसे लपककर मुद्दा बना लिया। वहीं सभी नेता गरीब, पिछड़ों, दलितों, वंचितों और महिलाओं के लिए किए गए काम गिना रहे हैं। जो मुद्दे सूट कर रहे हैं, उन्हें भाजपा आगे बढ़ा रही है।
(आईएएनएस)
Created On :   27 Dec 2021 2:06 PM IST