बंगाल चुनाव: आयोग ने ममता बनर्जी के चुनाव प्रचार करने पर 24 घंटे का बैन लगाया, विरोध में धरने पर बैठेंगी सीएम
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत निर्वाचन आयोग ने भड़काऊ बयानबाजी और आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 24 घंटे तक किसी भी तरह के प्रचार करने से रोक दिया है। भारत निर्वाचन आयोग ने सोमवार को यह सूचना जारी की है। यह रोक सोमवार रात 8 बजे से शुरू हो गई।
दरअसल, ममता बनर्जी ने बीते दिनों एक चुनावी रैली में अल्पसंख्यकों से वोट न बंटने देने की अपील की थी। उन्होंने भाषण के दौरान शैतान, मीर जाफर जैसे शब्द भी बोले थे। जिस पर ममता बनर्जी के खिलाफ आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की दर्ज हुई शिकायत पर आयोग ने सात अप्रैल को नोटिस जारी किया था। ममता बनर्जी की ओर से उपलब्ध कराए गए जवाब से चुनाव आयोग संतुष्ट नहीं हुआ। आयोग ने ममता बनर्जी पर लगे आरोपों की जांच की तो मामला सही पाया गया। जिस पर ममता बनर्जी को 12 अप्रैल की रात आठ बजे से 13 अप्रैल की रात आठ बजे तक किसी भी तरह के चुनाव प्रचार से आयोग ने प्रतिबंधित करने का फैसला किया है।
चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी से भविष्य में भड़काऊ और आदर्श आचार संहिता को चोट पहुंचाने वाले बयानों से बचने की नसीहत भी दी है। वहीं, चुनाव आयोग के इस फैसले को ममता ने अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक बताया है। उन्होंने कहा कि वह चुनाव आयोग के इस अलोकतांत्रिक फैसले के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेंगी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘भारतीय चुनाव आयोग के इस अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक फैसले के खिलाफ मैं कल (मंगलवार) कोलकाता में गांधी मूर्ति पर दोपहर 12 बजे से धरने पर बैठूंगी।’
इस बयान पर चुनाव आयोग को आपत्ति
ममता ने रायदिघी में की रैली में कहा था कि मैं मेरे अल्पसंख्यक भाइयों और बहनों से हाथ जोड़कर अपील करती हूं कि वे उन शैतानों की बात न सुनें, जिन्होंने BJP से पैसे लिए हैं। उनकी बात सुनकर अपने वोट न बंटने दें। वे हिंदुओं और मुस्लिमों को लड़ाने वाले सांप्रदायिक बयान देते हैं। वह BJP के भेजे दूत हैं। अगर BJP सत्ता में आई तो आप बड़े खतरे में पड़ जाएंगे।
ममता को चेतावनी के साथ सलाह भी दी
चुनाव आयोग ने अपने आदेश में कहा है कि पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी ने आचार संहिता के प्रावधानों का उल्लंघन किया है। उनके भड़काऊ बयानों से कानून-व्यवस्था बिगड़ने की आशंका है। साथ ही इनसे चुनाव प्रक्रिया पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। आयोग ने ममता बनर्जी को सख्त चेतावनी के साथ सलाह दी है कि आचार संहिता लागू रहने के दौरान वे सार्वजनिक तौर पर इस तरह के बयान न दें।
ममता के निशाने पर है चुनाव आयोग
चौथे फेज की वोटिंग के दौरान कूचबिहार में फायरिंग में 4 लोगों की मौत के बाद चुनाव आयोग ने किसी भी नेता के जिले में जाने पर 72 घंटे की रोक लगा दी थी। इसके बाद से ममता लगातार इस मसले पर बयान दे रही हैं। दमदम में सोमवार को की रैली में ममता ने कहा कि मैं चुनाव आयोग से हाथ जोड़कर निवेदन करती हूं कि सिर्फ भाजपा की न सुनें, सभी की सुनें। वह पक्षपाती न बनें।
इससे पहले रविवार को उन्होंने कहा था कि EC (इलेक्शन कमीशन) का नाम बदलकर MCC (मोदी कोड ऑफ कंडक्ट) कर देना चाहिए। BJP अपनी ताकत का इस्तेमाल कर सकती है, लेकिन दुनिया की कोई भी ताकत मुझे मेरे लोगों का साथ देने और उनका दुख बांटने से नहीं रोक सकती। वे मुझे 3 दिन तक कूच बिहार जाने से रोक सकते हैं, लेकिन मैं चौथे दिन वहां जाऊंगी।
Created On :   13 April 2021 2:13 AM IST