पंजाब को सांप्रदायिक आधार पर विभाजित करने की कोशिश

Attempt to divide Punjab on communal lines
पंजाब को सांप्रदायिक आधार पर विभाजित करने की कोशिश
अकाली दल पंजाब को सांप्रदायिक आधार पर विभाजित करने की कोशिश

डिजिटिल डेस्क, चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने चेतावनी देते हुए कहा है कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पंजाब का सांप्रदायिक आधार पर ध्रुवीकरण करने का प्रयास कर रहे हैं। शिअद के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के प्रधान सलाहकार हरचरण बैंस ने कहा है, कांग्रेस और आप दोनों पार्टियां अकाली लहर के बढ़ते उछाल से स्तब्ध है और शांति, सांप्रदायिक सद्भाव को अंतिम समय में पटरी से उतारने की कोशिश में हैं। दोनों पार्टियां प्रचार अभियान में एक नए सांप्रदायिक तत्व को शामिल करने की पारस्परिक रूप से सुनियोजित साजिश कर रही है। लेकिन शिअद-बसपा सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के किसी भी प्रयास को सफल नहीं होने देगी।

श्री बैंस ने कहा कि सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की ओर इस झुकाव के पीछे कारण यह है कि आप का सोशल मीडिया बुलबुला अचानक फूट गया है। फर्जी खबरों और फर्जी सर्वेक्षणों के माध्यम से बड़े पैमाने पर प्रचार और प्रचार अभियान में हजारों करोड़ रुपये लगाकर वह झूठी छवि बनाई गई थी। लेकिन अब उन्हें यह अहसास हो गया है कि उनके ये हथकंडे शिअद-बसपा की बढ़त को नहीं रोक पाए हैं। आप और कांग्रेस को महसूस हो गया है कि उनकी हार निश्चित है और अंतिम समय में हताश होकर इसने हिंदू-सिख सांप्रदायिक कार्ड खेलने की योजना का सहारा लिया है।

श्री बैंस ने कहा कि पंजाबियों को विभाजित करने के प्रयासों को कभी भी सफल नहीं होने दिया जाएगा। पंजाब मानव भाईचारे का दूसरा नाम है, जहां प्रमुख समुदाय हिंदू और सिख हमेशा मुसलमानों और ईसाइयों के साथ परस्पर प्रेम और विश्वास में सह-अस्तित्व में रहे हैं। हमें बांटने में कोई भी सक्षम नहीं होगा।। गौरतलब है कि पंजाब में 117 सीटों के लिए तीन प्रमुख दल -सत्तारूढ़ कांग्रेस, विपक्षी आम आदमी पार्टी और संयुक्त समाज मोर्चा, और दो गठबंधन - शिअद-बसपा और भाजपा-पंजाब लोक कांग्रेस चुनाव मैदान में हैं। राज्य में एक ही चरण में 20 फरवरी को मतदान होगा और मतों की गिनती 10 मार्च को होगी।

(आईएएनएस)

Created On :   3 Feb 2022 8:01 PM IST

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