सीएपीएफ परीक्षा में असमिया भाषा शामिल, सीएम सरमा ने इसे बिहू उपहार बताया
डिजिटल डेस्क, गुवाहाटी। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की कांस्टेबल (सामान्य ड्यूटी) परीक्षा में असमिया भाषा को शामिल किया गया है। इसके बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद दिया।
सीएम सरमा ने इसे असम के लोगों के लिए बिहु उपहार करार दिया है। सीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मुझे विश्वास है कि असमिया सहित 13 क्षेत्रीय भाषाओं में कांस्टेबल (जीडी) सीएपीएफ परीक्षा की अनुमति देने के निर्णय से असम के बड़ी संख्या में युवा हमारे अर्धसैनिक बलों में शामिल होकर भारत माता की सेवा करने में सक्षम होंगे। मणिपुरी, बांग्ला, गुजराती, मराठी, मलयालम, कन्नड़, तमिल, तेलुगू, ओडिया, उर्दू, पंजाबी और कोंकणी सहित असमिया के अलावा 12 अतिरिक्त क्षेत्रीय भाषाओं में भी परीक्षा दी जाएगी।
पूर्वोत्तर के उम्मीदवारों को अपनी मातृभाषा में परीक्षा देने की अनुमति देकर इस उपाय से उनकी संभावनाओं में सुधार होने की उम्मीद है। कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित प्रमुख परीक्षाओं में से एक, कांस्टेबल परीक्षा (सामान्य ड्यूटी) पूरे देश से हजारों आवेदकों को आकर्षित करती है। इस कदम का उद्देश्य क्षेत्रीय भाषाओं को प्रोत्साहित करना और सीएपीएफ में विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों से स्थानीय युवाओं की भागीदारी को प्रोत्साहन देना है।
(आईएएनएस)
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Created On :   15 April 2023 6:00 PM GMT