अनुप्रिया पटेल ने बड़ी बहन पल्लवी पटेल को कटघरे में खड़ा किया,कहा, मुझे फर्जी मुकदमे में फंसाया, मेरा हक छीना

Anupriya Patel put elder sister Pallavi Patel in the dock, said, implicated me in a fake case
अनुप्रिया पटेल ने बड़ी बहन पल्लवी पटेल को कटघरे में खड़ा किया,कहा, मुझे फर्जी मुकदमे में फंसाया, मेरा हक छीना
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 अनुप्रिया पटेल ने बड़ी बहन पल्लवी पटेल को कटघरे में खड़ा किया,कहा, मुझे फर्जी मुकदमे में फंसाया, मेरा हक छीना

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में इस वक्त चुनावी बयार बह रही है। राजनीतिक दल सत्ता में वापसी के लिए पूरी ताकत के साथ मैदान में उतर चुके हैं। चुनाव प्रचार के दौरान आरोप प्रत्यारोप के साथ ही जुबानी जंग जारी है। यूपी चुनाव में एक बार फिर पारिवारिक मतभेद खुलकर सामने आया है। अपना दल (एस) अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने अपने पारिवारिक मतभेद का खुलासा करते हुए कहा कि उन्हे धोखा देने और फर्जी मुकदमे में फंसाने वाली उनकी बड़ी बहन और समाजवादी गठबंधन प्रत्याशी पल्लवी पटेल से जनता खुद की भलाई की उम्मीद कैसे कर सकती हैं, जो छोटी बहन की नहीं हुई।

बता दें कि अपने सहयोगी दल भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी एवं सूबे के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसदा मौर्य के समर्थन में वोट मांगने आयी अनुप्रिया ने सिराथू विधानसभा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अपना दल संस्थापक सोनेलाल पटेल सामाजिक न्याय पुरोधा थे। उनके ही त्याग, संघर्ष, तपस्या एवं दिए गए संस्कार से आज नेता बन सकी हूं। 

बड़ी बहन पर खूब बरसी अनुप्रिया

अनुप्रिया पटेल ने आगे कहा कि मेरे पिता सोनेलाल ने किसान, मजदूर, कमजोर वर्ग के लिए हमेशा संघर्ष किया। मैं अपने पिता को आगे बढ़ा कर बेटी होने का फर्ज अदा कर रही हूं। अनुप्रिया ने आगे कहा कि अब आप लोगों को निर्णय करना है कि पिता के सपनों को पूरा करने वाली उनके स्वाभिमान और सम्मान को बढ़ाने वाली बेटी पसंद है या फिर पिता के स्वाभिमान एवं सिद्धांतों को दूसरे पार्टी के पैर के नीचे गिरवी रखने वाली बेटी पसंद है।

अनुप्रिया ने कहा कि मेरे पिता को सांसद व विधायक बनना होता तो वह कभी भी दूसरे पार्टी से मिलकर दूसरे पार्टी के चुनाव निशान पर चुनाव जीतकर अपनी इच्छा पूरी कर सकते थे। लेकिन मेरे पिता ने अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। दूसरी ओर मेरी बड़ी बहन पिता के सिद्धांतों को राजनीतिक महत्वाकांक्षा के चलते कुचलने का काम किया है।

अनुप्रिया ने अपना दर्द बयां किया और कहा कि पिता की मृत्यु के 13 वर्ष बाद मैं पहली बार अपने मन की बात आप सब से साझा कर रही हूं, जिस मेरी बड़ी बहन पल्लवी पटेल ने अपनी छोटी बहन का हक मारकर उसकी संपत्ति का अकेले मां से वसीयत करा लिया हो, 2014 में मुझे फर्जी मुकदमे में फंसाकर सांसद बनने में बाधा पहुंचाने का काम किया था। ऐसी महिला जो छोटी बहन की नहीं हुई, उससे आप लोग कैसे उम्मीद करते हैं। उन्होंने कहा कि मैं अभी चाहती हूं कि मेरी मां कृष्णा पटेल अपना दल का नेतृत्व संभाले लेकिन मेरी बड़ी बहनें नहीं होने देगी। 

मां के खिलाफ नहीं करूंगी चुनाव प्रचार

अनुप्रिया ने अपने संबोधन में कहा कि प्रतापगढ़ सदर से मेरी मां कृष्णा पटेल चुनाव लड़ रही हैं, हमने वहां अपना प्रत्याशी सेटिंग विधायक को उनके सामने चुनाव मैदान में नहीं उतारा और न ही कभी मैं वहां चुनाव प्रचार करने के लिए जाऊंगी। उन्होंने कहा कि पिता के सिद्धांतों पर चलकर उनके द्वारा पिछड़े वर्ग को न्याय दिलाने के लिए जो संघर्ष मेरे पिता द्वारा किया गया था, उसे आगे बढ़ाने का काम मेरे द्वारा किया जा रहा है।

संघर्ष का ही परिणाम है कि पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग अपना दल के प्रयास से बना, केंद्रीय विद्यालयों में पिछड़े वर्ग के बच्चों को प्रवेश में आरक्षण मिला। अनुप्रिया अपना पीठ थपथपाने से भी पीछे नहीं हटी तथा मेडिकल की नीट की प्रवेश परीक्षा में 27 फीसदी आरक्षण पिछड़े वर्ग के छात्रों को दिलाने में अपने प्रयास को बताया। 

अनुप्रिया का सपा पर हमला

अनुप्रिया ने अपने संबोधन में कहा कि समाजवादी पार्टी के आंखों में हमेशा अपना दल किरकिरी बन कर रहा है। उन्होंने अखिलेश के कार्यकाल को याद दिलाते हुआ कहा कि  2012 में जब समाजवादी पार्टी की सरकार थी अगर चाहते तो पिछड़े वर्ग के छात्रों को नीट मे आरक्षण मिल सकता था। उस समय नीट की परीक्षा में आरक्षण की व्यवस्था तब नहीं थी। तब केंद्र की यूपीए सरकार का समाजवादी पार्टी सहयोग कर रही थी।

समाजवादी पार्टी ऐसा नहीं चाहा नहीं तो पिछड़े वर्ग का आरक्षण मिल जाता। उन्होंने कहा कि अपना दल हमेशा पिछड़ों एवं कमजोर वर्ग के कल्याण की मांग उठाता रहेगा, अभी जातिगत जनगणना की मांग की जा रही है। पिछड़ा वर्ग का अलग मंत्रालय बने, निचली अदालत से लेकर ऊपर की अदालतों में पिछड़े वर्ग आरक्षण  की व्यवस्था हो यह मांगे लगातार उठाई जा रही हैं।

अपना दल एनडीए का हिस्सा है और रहेगा

अनुप्रिया पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनकी पार्टी की बात सुनते हैं तथा गंभीरता से लेते हैं। जब मेरे द्वारा प्रधानमंत्री को बताया गया कि उनके पिता सोनेलाल पटेल प्रतापगढ़ में सामंतवादी व्यवस्था के विरुद्ध लड़ाई लड़ी है। इसलिए वहां जो मेडिकल कॉलेज बनने जा रहा है, मेरे पिता सोनेलाल पटेल के नाम से बनना चाहिए।

 प्रधानमंत्री जी ने सहजता से उसे मंजूरी दे दिया और वहां मेडिकल कॉलेज बन रहा है। अनुप्रिया ने कहा कि एनडीए का अपना दल हिस्सा है और रहेगा। चौथी बार भाजपा गठबंधन के साथ अपना दल चुनाव मैदान में है। अनुप्रिया ने जनता से अपील किया कि जब 27 फरवरी को मतदान करना तो यह समझ कर वोट देना कि केशव प्रसाद मौर्य को नहीं, अनुप्रिया पटेल को वोट दे रहे हैं। 

 

Created On :   21 Feb 2022 11:54 PM IST

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