पांच राज्यों में मिली करारी हार के बाद फूटा सोनिया गांधी का गुस्सा, भरे सदन में सोशल मीडिया पर जताई नाराजगी

पांच राज्यों में मिली करारी हार के बाद फूटा सोनिया गांधी का गुस्सा, भरे सदन में सोशल मीडिया पर जताई नाराजगी
कांग्रेस की बौखलाहट पांच राज्यों में मिली करारी हार के बाद फूटा सोनिया गांधी का गुस्सा, भरे सदन में सोशल मीडिया पर जताई नाराजगी

 डिजिटल डेस्क, दिल्ली। पांच राज्यों में मिली हार के बाद कांग्रेस ने इन राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों से इस्तीफा मांगा है। वहीं सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लोकसभा में मुद्दा उठया। बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष ने संसद में कहा कि सोशल मीडिया के जरिये लोकतंत्र को हैक करने का खतरा बढ़ रहा है। 

संसद में यह बयान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तब दिया है दिया है जब कांग्रेस के नेता ही गांधी परिवार के नेतृत्व पर सवाल खड़े कर रहे हैं। दरअसल कांग्रेस के G23 नेताओं के ग्रुप ने पहले ही गांधी परिवार के नेतृत्व पर सवाल खड़े किए थे लेकिन पांच राज्यों में मिली हार के बाद अब एक के बाद एक कई नेता कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल खड़े कर रहे है। कांग्रेस को पांच राज्यों में मिली हार बताती है कि कांग्रेस की इन राज्यों में हर रणनीति फेल हुई है। 

प्रियंका को दी उत्तरप्रदेश की कमान 
कांग्रेस के लिए प्रियंका गांधी ही एकमात्र चेहरा बची थीं जिसको लेकर कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता भी आशांवित थे। उनके समर्थक भी कई बार दबे सुर में ही सही लेकिन कह चुके है कि प्रियंका गांधी को कांग्रेस की कमान सौंपी जाए। लेकिन कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को पार्टी महासचिव बनाया और उनके हाथों में उत्तरप्रदेश की कमान सौंपी। प्रियंका गांधी ने भी यहां पार्टी में जान फूंकने में कोई कोर कसर नहीं छोडी। प्रियंका ने उत्तरप्रदेश में "लड़की हूं लड़ सकती हूं" का नारा दिया। लेकिन यहां पर कांग्रेस के लिए प्रिंयका कोई कमाल नहीं कर पाई। यहां पर कांग्रेस केवल दो ही सीटों पर सिमट गयी। कहना गलत नहीं होगी कि प्रियंका गांधी ने अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ी लेकिन यूपी में उनकी लॉन्चिंग का वक्त कुछ गलत हो गया।

 पंजाब में बदला सीएम 
पंजाब में पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिहं के खिलाफ कांग्रेस ने बड़ा कदम उठाया और कांग्रेस ने बीजेपी की ही तर्ज में सीएम बदला। कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बनाया। चन्नी के सहारे कांग्रेस ने कार्यकर्ताओं को मैसेज देने का प्रयास किया कि पार्टी ने जमीन से जुड़े कार्यकर्ता को सीएम बनाया है। कांग्रेस को उम्मीद थी उसका चन्नी पर लगाया गया दांव पंजाब में दोबारा सरकार बनाने में सहायक होगा लेकिन कांग्रेस को यहां भी मन को मुताबिक रिजल्ट नहीं मिला। अमरिंदर सिंह को हटा कर चन्नी को जिम्मेदारी सौंपना न सिर्फ कांग्रेस बल्कि चन्नी, सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह सब पर भारी पड़ा।

सोनिया गांधी का गुस्सा

इस हार के बाद हुई वर्किंग कमेटी की बैठक में कांग्रेस किसी नए नतीजे पर नहीं पहुंच सकी। उल्टे जी 23 के नेताओं की वजह से पार्टी दो धड़ों में बंटी नजर आने लगी है। बैठक के बाद सोनिया गांधी ने पांचों राज्यों के कांग्रेस अध्यक्षों से इस्तीफा ले लिया है। अब उनकी नाराजगी सोशल मीडिया पर भी उतरी है। सोनिया गांधी ने कहा कि नेताओं, राजनीतिक दलों द्वारा पॉलिटिकल नैरेटिव को आकार देने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म  कंपनियों का उपयोग किया जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से फेसबुक और सत्ता द्वारा मिलकर सामाजिक सौहार्द भंग किया जा रहा है जो हमारे लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।  यही नहीं फेसबुक और ट्विटर जैसी वैश्विक कंपनियों  पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि नोटिस में आया है ये सोशल मीडिया कंपनियां देश की सभी पार्टियों को समान अवसर प्रदान नहीं दे रही है। सोनिया गांधी ने एक रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें सत्तारूढ़ प्रतिष्ठानों और सोशल मीडिया जिग्गजों के बीच किस तरह से गठजोड़ बढ़ रहा है उसको दिखाया गया है। आगे अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा कि मैं दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की राजनीति में सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के दिग्गजों के प्रभाव और हस्तक्षेप को खत्म करने का आग्रह करती हूं। 

Created On :   16 March 2022 5:15 PM IST

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