बंगाल में हार के बाद अब दिल्ली में मोदी से भिड़ेंगी ममता, पीके के साथ 3 घंटे की तैयारी
- मोदी से सीधे मुकाबला करेंगी ममता!
- राष्ट्रीय राजनीति में दीदी की एंट्री!
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। पश्चिम बंगाल में पिछले दिनों हुए विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी तो हार गईं पर उनकी पार्टी टीएमसी यानि कि तृणमूल कांग्रस का दबदबा अब भी कायम है। यही वजह है कि अपनी हार से ममता दीदी ज्यादा दुखी नहीं है। बीजेपी सहित पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की जोड़ी को चुनौती देने का जोश अब भी कायम है। यही वजह है कि अब ममता बनर्जी मोदी-शाह की जोड़ी को टक्कर देने के लिए दिल्ली जाने की तैयारी कर रही हैं। इस काम में उनके मददगार बन रहे हैं वही पुराने साथी पीके यानि कि प्रशांत किशोर।
3 घंटे में तय हुई रणनीति
इस संबंध में पीके और ममता बनर्जी के बीच लंबी बैठक चली। शुक्रवार को सारे कामों से फारिग होकर ममता बनर्जी ने केंद्र की राजनीति में जाने की रणनीति बनाने में लंबा समय दिया। सूत्रों के हवाले से खबर है कि उनके आवास पर लगभग तीन घंटे बैठक चलती रही। ये बैठक उनके और पीके के बीच ही। बैठक में सबसे पहले तय हुआ है कि टीएमसी अपने जिला स्तर के संगठन में बड़ा फेरबदल करेगी। टीएमसी में भी एक व्यक्ति एक पद की नीति लागू करने की योजना पर विचार हो रहा है। जिसके तहत जिन नेताओं के पास एक से ज्यादा पद हैं उसका पूरा रिव्यू होगा और उसके बाद उन्हें सिर्फ एक ही जिम्मेदार पद पर बने रहने का मौका मिल सकेगा।
दिल्ली सहित अन्य राज्यों पर नजर
विधानसभा चुनाव में जीत के बाद ही ममता बनर्जी ने ये संकेत दे दिए थे कि अब टीएमसी सिर्फ एक राज्य तक सीमित रहने वाली नहीं है। टीएमसी की नजर उन राज्यों पर हैं जहां बांग्ला भाषी लोगों के सहारे वो चुनाव में कुछ कामयाबी हासिल कर सकती है। पीके साथ इस बैठक में टीएमसी का दायरा बढ़ाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। इसका ब्लूप्रिंट भी तैयार बताया जा रहा है। जिसे जल्द ही सार्वजनिक किया जाएगा। इस ब्लूप्रिंट में पूरा जिक्र होगा कि टीएमसी पहले किन राज्यों में पैर पसारेगी और उसके बाद राष्ट्रीय राजनीति में किस तरह ममता बनर्जी आगे बढ़ेंगी ताकि दिल्ली तक पहुंच कर मोदी-शाह की जोड़ी को टक्कर देंगी।
Created On :   10 July 2021 6:58 AM GMT