BPSC Students Protest: सांसद पप्पू यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज, रेल यातायात को बाधित करने का आरोप

सांसद पप्पू यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज, रेल यातायात को बाधित करने का आरोप
  • बीएससी छात्रों के प्रदर्शन को मिला विपक्ष का सपोर्ट
  • पप्पू यादव और उनके समर्थन में रेल यातायात और राजमार्ग को किया बाधित
  • पप्पू यादव समेत अन्य 10 के खिलाफ जीआरपी थाने में एफआईआर हुई दर्ज

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार की राजधानी पटना में बीपीएससी 70वीं पीटी एग्जाम को रद्द करने की मांग को लेकर जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी दलों और बीपीएससी अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को राज्य में चक्का जाम का ऐलान किया। जिसका मिलाजुला असर देखने को मिला। वहीं, पटना के सचिवालय हाल्ट पर रेल रोके जाने के मामले में निर्दलीय सांसद पप्पू यादव के खिलाफ ट्रेन रोके जाने और यातायात बाधित करने व सरकारी कामकाज में बाधा पहुंचाने समेत कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।

मिली जानकारी के मुताबिक सांसद पप्पू यादव के अलावा विधायक गोपाल रविदास, संदीप सौरभ, सूर्यकांत पासवान, शकील अहमद खां, महबूब आलम, सत्यदेव राम, अजीत कुशवाहा, सत्येन्द्र यादव, श्रीप्रकाश रंजन, अमरजीत कुशवाहा तथा अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ भी जिला प्रशासन ने पटना के की है।

रेलवे ट्रैक पर बैठकर कर रहे थे प्रदर्शन

दरअसल, बीपीएससी अभ्यर्थियों की मांगों के समर्थन में सांसद पप्पू यादव के समर्थक 3 जनवरी को रेलवे ट्रैक के बीचों-बीच जाकर बैठ गए थे। इसके बाद उन्हें पुलिस ने जबरदस्ती ट्रैक से हटाया था। हालांकि पप्पू यादव यहां नहीं पहुंचे थे, लेकिन पप्पू यादव की तरफ से बिहार बंद के दौरान प्रदेश से गुजरने वाले नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे और ट्रेनों को रोकने का ऐलान किया गया था।

पप्पू यादव ने कहा था, "छात्रों को न्याय दिलाने के लिए शांतिपूर्ण चक्का जाम रहेगा। सरकार ध्यान नहीं देती है, तो आगे का निर्णय छात्रों का होगा।" इसके बाद उन्होंने सचिवालय हाल्ट से इनकम टैक्स गोलंबर तक पैदल मार्च किया। इनकम टैक्स गोलंबर पहुंचने के बाद वो अपनी गाड़ी में बैठकर घर चले गए।

इंडिया अलायंस के छात्र संगठनों ने भी किया प्रदर्शन

दूसरी ओर इंडिया अलायंस के छात्र संगठन (NSUI, AISA, AISF, RJD) मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने निकले। इस दौरान पुलिस ने उन्हें 2 बार बैरिकेडिंग करके रोका। पहली बार वो बैरिकेडिंग तोड़कर आगे निकल गए। वहीं, दूसरी बार उन्हें पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रोक लिया।

इसके बाद छात्र संगठनों ने अपना प्रदर्शन खत्म कर कहा कि अब 6 जनवरी को आगे की रणनीति बनेगी। वहीं, महागठबंधन छात्र संगठन ने मांग पूरी नहीं होने पर 6 जनवरी को पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है।

Created On :   3 Jan 2025 9:52 PM IST

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