मोदी सरकार का बड़ा एक्शन, किरेन रिजिजू को केंद्रीय कानून मंत्री पद से हटाया गया, रिजिजू ने पीएम मोदी और सुप्रीम कोर्ट का जताया आभार

मोदी सरकार का बड़ा एक्शन, किरेन रिजिजू को केंद्रीय कानून मंत्री पद से हटाया गया, रिजिजू ने पीएम मोदी और सुप्रीम कोर्ट का जताया आभार
  • मोदी सरकार का बड़ा एक्शन
  • किरेन रिजिजू को कानून मंत्री पद से हटाया गया
  • अर्जुन राम मेघवाल होंगे नए केंद्रीय कानून मंत्री

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू को उनके पद से हटा दिया गया है। बताया जा रहा है कि, इस विभाग की जिम्मेदारी अब अर्जुन राम मेघावल संभालेंगे। वहीं रिजिजू को पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय सौंपा गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोदी सरकार अपने हर मंत्रियों के काम की समीक्षा कर रहा है जिसके हिसाब से फैसला लिया जा रहा है। कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में कुछ और मंत्रालयों में बड़ा फेयरबदल हो सकता है।

बता दें कि, किरेन रिजिजू पिछले कई दिनों से सुर्खियों में बने हुए थे। साल के शुरूआत में रिजिजू और देश की न्यायपालिका के साथ उनकी तनातनी काफी सुर्खियों में बनी हुई थी। इसके साथ ही किरेन पर सुप्रीम कोर्ट ने भी कई बार सख्त होकर सवाल दागे थे। दरअसल, जजों की नियुक्ति में समय लगने की वजह से शीर्ष अदालत ने कई बार मोदी सरकार पर भी सवाल खड़े किए थे। जिसकी वजह से केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट में भी खींचतान देखने को मिली थी।

किरेन रिजिजू ने क्या कहा?

कानून मंत्री पद से हटने के बाद किरेन रिजिजू ने पहली प्रतिक्रिया दी हैं। उन्होंने कहा कि, कानून मंत्री के रूप में काम करने का मुझे सौभाग्य मिला, इसके लिए मैं पीएम नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करता हूं। इसके साथ ही रिजिजू ने चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और सुप्रीम कोर्ट का भी आभार जताया है। किरेन ने कहा कि, साथ में मिलकर काम करने को लेकर शीर्ष अदालत का बहुत-बहुत धन्यवाद।

कुछ और मंत्रियों पर गिरेगी गाज?

जानकारी के मुताबिक, हाल के दिनों में बीजेपी की अहम मीटिंग हुई थी। जिसमें पार्टी के शीर्ष नेताओं ने सभी केंद्रीय मंत्रियों के काम की समीक्षा की। सूत्रों की मानें तो, इस बैठक में शीर्ष नेतृत्व ने सभी मंत्रियों के मंत्रालयों से उनकी कामकाज का रिपोर्ट लाया गया था। जिसमें पार्टी हाईकमान ने मंत्रियों के कामों की समीक्षा की और पाया था कि जैसी काम होनी चाहिए वैसी बीते चार वर्षों में नहीं हुई है। कहा जा रहा है कि आने वाले कुछ ही दिनों में कुछ और मंत्रियों के उपर गाज गिरने वाली है।

फेयरबदल के क्या है मायने ?

बता दें कि, आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी की ये रणनीति है ताकि लोगों में जो सरकार के मंत्रियों के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी बनी हुई है उसे खत्म किया जा सके। इस पूरे मामले पर राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि, मोदी सरकार को हाल ही में कर्नाटक चुनाव में बड़ा झटका लगा है क्योंकि बीजेपी सरकार के खिलाफ वहां जबरदस्त तरीके सेएंटी इनकंबेंसी देखा गया था। जिसका खामियाजा उसे हार के रूप में भुगतना पड़ा। विश्लेषकों की मानें तो, भाजपा अब आने वाले चुनाव में कोई बड़ा रिस्क नहीं लेना चाहती है जहां-जहां उसके प्रति विद्रोह के सुर उठेंगे उसे कम करने के लिए परिवर्तन उसका सबसे बड़ा हथियार होगा।

Created On :   18 May 2023 10:18 AM IST

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