समर्थन: 'वो ममता बनर्जी से आकर सीखे कि कैसे व्यवस्थाएं की जाती हैं', TMC सांसद ने गंगासागर मेला का जिक्र कर BJP पर किया पलटवार

वो ममता बनर्जी से आकर सीखे कि कैसे व्यवस्थाएं की जाती हैं, TMC सांसद ने गंगासागर मेला का जिक्र कर BJP पर किया पलटवार
  • ममता बनर्जी के बयान पर गरमाई सियासत
  • बचाव में उतरे पार्टी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा
  • बीजेपी के आरोपों पर किया पलटवार

डिजिटल डेस्क, कोलकाता। बंगाल सीएम ममता बनर्जी के महाकुंभ को मृत्यूकुंभ कहने पर सियासी बवाल मचा हुआ है। बीजेपी और साधू-संत समाज टीएमसी प्रमुख पर हमलावर है। इस बीच पार्टी के लोकसभा सांसद शत्रुघन सिन्हा ने पार्टी प्रमुख का बचाव करते हुए है कि दूसरों को उनसे ऐसे आयोजन की व्यवस्था कैसे की जाती है ये सीखना चाहिए।

उन्होंने गंगासागर मेला का जिक्र करते हुए कहा, "ममता बनर्जी जी इतने सालों से अपने नेतृत्व में गंगासागर मेला जो करवाती हैं वो देखने लायक है। वहां पर जो व्यवस्था होती है वो देखने लायक है कही कोई गड़बड़ी और कोई घटना नहीं घटी। जैसे कुंभ के मामले में आग लगने की घटना घटी, भगदड़ मची। इस दौरान कितने लोगों की जाने गई ये अभी तक नहीं बताया गया है। कितने लोग खो गए या गायब हुए हैं। अभी तक कुछ नहीं पता है, जो वहां पर व्यवस्था किए हैं उन्हें ममता जी से आकर सीखना चाहिए कि कैसे गंगासागर मेला आयोजित किया जाता है।"

इससे पहले कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने भी ममता बनर्जी का समर्थन किया था। उन्होंने कहा था, "ममता बनर्जी जी कही से भी कुंभ की आलोचना नहीं कर रही थीं। उन्होंने वहां पर जो मौतें हुईं और उसके बाद जो दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मौतें हुईं। उसको लेकर उन्होंने कहा कि कुंभ को लेकर ऐसी व्यवस्थाएं थी जिसके वजह से मौते हो रही हैं। वह इस दृष्टि से कह रही थीं। उन्होंने कोई कुंभ की आलोचना नहीं की।" उन्होंने आगे कहा, विपक्षी दल के लोग सभी कुंभ में जा रहे हैं। कुंभ तो सबका है इसका कोई विरोध नहीं कर रहा है। ये (बीजेपी) जानबूझकर ये दिखाने की कोशिश करते हैं कि सभी विपक्ष कुंभ के खिलाफ हैं जबकि हम कुंभ के खिलाफ नहीं है। हम बस कह रहे हैं कि इसका राजनीतिकरण न हो।"

क्या था बंगाल सीएम का बयान?

बंगाल विधानसभा में बजट सत्र के दौरान ममता बनर्जी ने कहा कि यह महाकुंभ 'मृत्युकुंभ' में बदल गया है। मैं महाकुंभ का और पवित्र गंगा मां का सम्मान करती हूं।' उन्होंने आगे कहा कि महाकुंभ के लिए यूपी सरकार द्वारा कोई प्लानिंग नहीं की गई है। भगदड़ में कई लोग मारे गए, लेकिन उनके बारे में कुछ पता नहीं चल रहा है। भगदड़ में लापता हुए कई लोग तो मिले ही नहीं हैं अब तक। उन्होंने आगे कहा, 'महाकुंभ में अमीरों और वीआईपी लोगों के लिए 1 लाख रुपए तक के टेंट मौजूद हैं। गरीबों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। मेले में भगदड़ की स्थिति आम है, लेकिन व्यवस्था करना जरूरी है। आपने (यूपी सरकार) क्या योजना बनाई है?'

Created On :   21 Feb 2025 9:43 PM IST

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